tag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post166532981985801894..comments2023-12-22T10:24:05.877+05:30Comments on आदित्य (Aaditya): एक स्टूल कई कारनामें...Aadityahttp://www.blogger.com/profile/06913982721658997865noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-73294517718182872852009-06-05T07:19:21.014+05:302009-06-05T07:19:21.014+05:30jiyo mahara lal !jiyo mahara lal !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-61711277532076214182009-06-03T20:00:37.207+05:302009-06-03T20:00:37.207+05:30अरे वत्स ' आदि ',
और सब तो ठीक , लेकिन ये...अरे वत्स ' आदि ',<br />और सब तो ठीक , लेकिन ये मेरा 'सिंहासन' ले के कहाँ गोल हो गए ? ये ही तो मेरे राजसिंहासन का ' सिंहासन ' है !<br />चलो कोइ बात नहीं , वैसे भी मेरे किसी काम नहीं आ रहा था . वैसे इसपे चढ़ने उतरने उलटने पुलटने दूसरे को उतारने बैठाने में कोई हर्ज़ नहीं है . मज़ेदार काम है . पर खतरा भी हो सकता है. इसलिए अच्छी देखरेख 'गार्जियन शिप ' में ही करना .<br />दिल्ली के 'बाबा' लोग भी ऐसा ही करते हैं !<br />खूब सारे आशीस . तुमने मन मोह लिया . <br />नज़र न लगे .<br />chasm e baddoor !!RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-18853093623672592732009-06-03T09:18:34.348+05:302009-06-03T09:18:34.348+05:30खेलो, खेलो, और खूब खेलो.....यही तो दिन हैं मौज-मस्...खेलो, खेलो, और खूब खेलो.....यही तो दिन हैं मौज-मस्ती के......पर ज़रा संभलकर....<br /><br />साभार<br /><a href="http://woyaadein.blogspot.com/" rel="nofollow">हमसफ़र यादों का.......</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-3226593914206355222009-06-03T04:28:45.061+05:302009-06-03T04:28:45.061+05:30दे दो यार आदि को हमारे. खेलेगा बस और कुछ तोड़ेगा नह...दे दो यार आदि को हमारे. खेलेगा बस और कुछ तोड़ेगा नहीं और न ही किसी को परेशान करेगा. है न आदि!! आज दे देंगे पापा मगर बदमाशी में कुछ तोडना मत. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-6331079603201403832009-06-03T00:36:31.378+05:302009-06-03T00:36:31.378+05:30अरे थोडा ढूंढ़ के लाओ, नहीं तो पापा को पकड़ के मां...अरे थोडा ढूंढ़ के लाओ, नहीं तो पापा को पकड़ के मांगो और फिर उनके साथ खेलो इससे. अकेले नहीं :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-48354085924071221532009-06-02T22:44:01.457+05:302009-06-02T22:44:01.457+05:30और भी हैं सामाँ, आदित्य प्यारे स्टूल के सिवा
नजर आ...और भी हैं सामाँ, आदित्य प्यारे स्टूल के सिवा<br />नजर आएंगे जब वे, धूल चाटेगा स्टूल बिचारा।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-85242653780679729792009-06-02T21:00:54.217+05:302009-06-02T21:00:54.217+05:30बहुत बढिया बेटा इस पर चढना नहीं ....बहुत बढिया बेटा इस पर चढना नहीं ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-70297235604414245442009-06-02T19:38:55.842+05:302009-06-02T19:38:55.842+05:30बिना ट्रेनर के ऐसे करतव नहीं करना चाहिए . वेसे मज़...बिना ट्रेनर के ऐसे करतव नहीं करना चाहिए . वेसे मज़ा बहुत आता होगा यह सब करने मेंdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-74813830530455498742009-06-02T18:37:43.726+05:302009-06-02T18:37:43.726+05:30आदि तुम्हारी करतूत अच्छी लगीं।
ये शरारत बार-बार दे...आदि तुम्हारी करतूत अच्छी लगीं।<br />ये शरारत बार-बार देखने को मन करता है।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-47811671786059218932009-06-02T16:05:56.696+05:302009-06-02T16:05:56.696+05:30चलो यार किसि ने भी तुम्हारे लिये सिफारिश नहीं की म...चलो यार किसि ने भी तुम्हारे लिये सिफारिश नहीं की में थॊडी सी कर देता हुं. "पापा यही उमर हॆ आदी की शरारत करने की, आप घर आते ही उसे उसका स्टूल दे देना", ऒर उसका ध्यान रखनाAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02867442810884060845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-4605080173787731052009-06-02T15:07:25.511+05:302009-06-02T15:07:25.511+05:30अरे पलटू तुम तो सरकस के जोकर की तरह से कमाल दिखा र...अरे पलटू तुम तो सरकस के जोकर की तरह से कमाल दिखा रहे हॊ. बहुत सुंदर लेकिन बहुत ध्यान से, कही अभी नये आये दो दांत मत तुड्वा लेना.<br />ओर हम बिलकुल भी सिफ़ारिश नही करेगे इस बार , बल्कि पापा ने अच्छा किया.<br />प्यारराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-6790327603757554422009-06-02T14:24:45.670+05:302009-06-02T14:24:45.670+05:30हाँ लगता है तुम्हारे लिए यह वाकर का काम करता होगा....हाँ लगता है तुम्हारे लिए यह वाकर का काम करता होगा. जमीन चिकनी है इस लिए उसके सहारे खूब भाग दौड़ भी कर लोगे.(skating) लेकिन याद रखना की उसमे ब्रेक नहीं है. माथा फूट जाएगा.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-18966236965541510462009-06-02T13:46:25.542+05:302009-06-02T13:46:25.542+05:30इसकी सिफारिश कोई नहीं होगी जी आदि जी :) खूब मस्त श...इसकी सिफारिश कोई नहीं होगी जी आदि जी :) खूब मस्त शैतानी है यह ...संभल कररंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-87240059980920855022009-06-02T12:52:21.196+05:302009-06-02T12:52:21.196+05:30आदि ! यह स्टूल गिराने का औजार भी है अतः इसे दिलाने...आदि ! यह स्टूल गिराने का औजार भी है अतः इसे दिलाने की सिफारिश नहीं की जा सकती |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-38118668921616123352009-06-02T11:18:53.912+05:302009-06-02T11:18:53.912+05:30भैया संभल के ....
मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्तिभैया संभल के ....<br /><br /><A HREF="http://meraapnajahaan.blogspot.com/2009/06/blog-post.html" REL="nofollow">मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति </A>अनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-89305154515721269052009-06-02T10:00:26.590+05:302009-06-02T10:00:26.590+05:30िआदि देखो बेटा इस पर चढना नहीं आज मेरी नातिन ऐसे ह...िआदि देखो बेटा इस पर चढना नहीं आज मेरी नातिन ऐसे ही स्टूल पर चढी और गिर गयी ध्यान रखना ओ के आशीर्वाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3383467842512455720.post-27371939919717627072009-06-02T09:12:41.536+05:302009-06-02T09:12:41.536+05:30हाय आदि कैसे हो? लग तो चकाचक रहे हो? बहुत बढिया. ...हाय आदि कैसे हो? लग तो चकाचक रहे हो? बहुत बढिया. <br /><br />तेरी इस काम के लिये सिफ़ारिश नही की जा सकती.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.com