मम्मु और बाबा कहते है साइकिल में मेरे प्राण बसते है.. जहां भी साइकिल दिखे.. जिसकी भी हो मुझे जरुर चलानी होती है.. चाहे कारर्फोर (Carrefour) में हो या टेस्को में, डिस्प्ले में रखी सारी साइकिल मुझे जरुर चलानी होती है.. और तो और इस बार तो नाईट बाजार में रखी एक गुडिया की साइकिल भी मैंने चला डाली.. कितनी प्यारी है मुझे साइकिल...
पर 29 सितम्बर को पेकिंग शुरू होने के बाद मैं सो कर उठा तो पता चला मेरी साइकिल गायब हो गई.. ये देखो मेरी साइकिल कैसे जा रही है...
जल्द ही मुझे समझ आ गया की मेरी साइकिल इंडिया चली गई है.. साइकिल मैं आ रहा हूँ....
साइकिल इंडिया चली गई .... सोते समय क्या साईकिल के पैक होने की फोटो ली थी ..हा हा . अरे वाह क्या बात है आदि जी ...
ReplyDeleteतुम्हारे पास तो फिर भी मम्मु और बाबा है सोचो अकेली साईकिल पर क्या बीत रही होगी.. जल्दी जाओ आदि जल्दी
ReplyDeleteyour cycle sent a mail to me its missing you adi boy
ReplyDeleteअब पता चला जो सोवत व वो खोवत है !
ReplyDeleteआगे से ध्यान रखना , सोना नहीं , और साईकिल पर बैठकर ही जहाज में सवार होना |
आजा भाई आजा।
ReplyDeleteअगर नहीं मिली तो दूसरी दिला देंगे।
अब तुम भी आ जाओ आदि...साईकिल तो इंडिया आ ही गया है..
ReplyDeleteआदि को इंडिया से अब साइकल बुला रही है.
ReplyDelete:-) koi baat nahi, thode dino ki baat hai... aur haan... tumhaara 7 min ka video nahi dikha... phir se bhejo...
ReplyDeleteचलिए........ आगे से संभल कर रहियेगा.....
ReplyDeleteवैसे आप भी आ रहे हैं न साइकिल के पीछे-पीछे.......
welcome home . साईकिल के लिये ही सही अपने देश आजा आदि अब तो आज़ा
ReplyDeleteजब साइकिल आ गई तो तुम भी आ जाओ
ReplyDeleteचल भारत आ फ़िर अपनी साईकिल पा कर हेरान होगा:)
ReplyDeleteha ha ha ha ha ha
ReplyDeleteऐ असिस्टैंट ! प्रमोशन माँग ।
ReplyDeleteकोई बात नहीं. फिर मिलने ही वाली है साइकिल...कुछ दिन की ही बात सही
ReplyDeleteदूसरी किराये पर ले आइये।
ReplyDeleteचलो तो जल्दी से पहुचो अपनी साइकल के पास :)
ReplyDeleteनन्ही ब्लॉगर
अनुष्का
जल्दी वापस आओ उसे तुम्हारा इंतज़ार है !
ReplyDeleteआदि के पहले ही साईकिल पहुँच कर इन्तजार कर रही है आदि का...चले आओ!!
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति।
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ReplyDeleteचले आओ अकेली है साईकिल तुम्हा्री।
ReplyDeleteकब आ कर आदि करोगें सवारी ।
प्रतीक्षा मे साईकिल दुखी हो रही है,
बेवक्त जंग खा के जाये ना मारी।;))
अरे वाह!
ReplyDeleteआदि तो सपने भी देखने लगा है!
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आपकी इस पोस्ट की चर्चा
बाल चर्चा मंच पर भी की गई है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/10/21.html
very good cutie darling
ReplyDeleteअब तो आदि की सायकिल इण्डिया में आदि का इंतजार कर रही होगी...
ReplyDeleteKHUD KO BACHCHE KI JAGAH RAKH KAR LIKHANA,BACHPAN MEN JINA HAI...ISSE BAHAR AAKAR BHI LIKHO,TO AAPKI PRATIBHA BHI PATA LAGEGI...
ReplyDeleteBLESSINGS TO AADITYA.
bade din hue, koi khabar nahi... cycle mili ya nahi... mundan ke baad aapke baal bahut yaad aayenge... have a lot of fun in the mundan ceremony... lots of love and God bless always
ReplyDeleteसाइकिल तो आ गई तुम कहा हो आदि
ReplyDeleteआदी भैया की बी (साइकिल)कौन लेगया ?
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