Friday, June 4, 2010

मुस्कान...

मेरी मेहरबानी से बाबा को न्यू न्यू केमम मिला है...  इसी से आई है ये मुस्कान....


मुस्करातें रहें.... 

Thursday, June 3, 2010

आदि फलेरियम गया था.... (Funarium)

फलेरियम.. याने फनेरियम (funarium)  बोले तो बच्चों की जन्नत.. हमारे पसंद की हर चीज है फनेरियम में.. और पूरी आजादी... एक बार अंदर पहुँच गए फिर कोई रोक टोक नहीं.. जो मर्जी हो... जितना मर्जी हो... करो... मेरे लिए स्पेशल एडवांटेज ये की ये जन्नत हमारे घर से बिलकुल पास है.. 


ये है फनेरियम का आर्ट रूम.. यहाँ ड्राइंग बनाओ और पेपर से केप बनाओ.. और भी बहुत कुछ.. और यहाँ कलर गिराने पर कोई नहीं डांटता.. है न मजे....









ये तो फनेरियम का एक छोटा सा हिस्सा है.. कल ले चलूँगा और भी मस्ती वाले सेक्शन में... ..

Wednesday, June 2, 2010

सियाम ओसियन वर्ल्ड - बड़ी बड़ी फिश

बैकोक आये और सियाम ओसियन वर्ल्ड (SIAM OCEAN WORLD) न देखा.. तो समझिए आपका सफर अधूरा है... और हम है की इतनी सुन्दर जगह देखने में दो महीने लगा दिए.....खैर देर आये दुरस्त आये....

ओसियन वर्ड में कई तरह के समुद्री मछलियों और अन्य प्रजातियों  को  बहुत खूबसूरत तरीके के रखा गया है.. हम पुरे साढ़े तीन घंटे तक घूमते रहे... वैसे अगर निनी न आये तो पुरे दिन भी वहाँ रहा जा सकता है...  और शार्क से लेकर पेंग्विन तक तो खेलते निहार सकते है... और बीच बीच में फीडिंग शो... वक्त का पता ही नहीं चलता....

निहारिए रंग बिरंगी मछलियों को....












सब जगह घूमने के बाद हमने देखा एक 4D सिनेमा... और सिनेमा देखते देखते मैं सो गया...

सियाम का टिकट महँगा (~30USD) जरुर है.. पर मेरे लिए तो एंट्री फ्री थी... ये है ९० सेमी से कम होने का फ़ायदा...



(SIAM बैकोक में हाल में हुए हंगामे का केन्द्र बिंदु था.. इसलिए वहाँ जाना मुनासीब नहीं था)
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