Wednesday, June 29, 2011

तितली खा सकती है.. कैसे?

आदि बता रहा है तितली कैसे खा सकती है...

अगली बार संभल के रहना तितली से.....

Sunday, June 26, 2011

द्वारका स्पोर्ट्स कोम्प्लेक्स - २

द्वारका स्पोर्ट्स कोम्प्लेक्स में मस्ती का अगला भाग... 
तस्वीरें खूद ही सारी कहानी बयान कर देगी....











शरारत स्पेशल 
सब्जी बनाने के लिए भिन्डी काटी गई... भिन्डी के कचरे से खेलते खेलते लगा की ये तो काम की नहीं है... और कटी हुई भिन्डी से लंबी ऊ छुक छुक बनेगी... फिर क्या था... साहेब कटी भिन्डी लेकर गायब... मम्मा आप इसकी (कचरे) सब्जी बना दो... इससे तो में ऊ छुक छुक बनाऊंगा... हारना मम्मा को ही था... और नतीजे में मम्मा को दूसरी सब्जी बनानी पड़ी...

द्वारका स्पोर्ट्स कोम्प्लेक्स

स्कूल कि छुट्टियाँ चल रही है और आजकल शाम को मम्मा के साथ अक्सर द्वारका स्पोर्ट्स कोम्प्लेक्स  जाता हूँ..  मस्ती करने... देखें एक झलक...







कुछ और स्टंट अगले पोस्ट में....

Tuesday, June 14, 2011

मम्मा द ग्रेट..

मम्मा ग्रेट है.. क्यों पता है...  देखे तस्वीरें....





मुझे मिट्टी से खेलना अच्छा लगता है... और छटी मंजिल पर मिट्टी कहाँ मिलती... हमारी सोसाइटी में भी खेलने के लिए साफ मिट्टी नहीं है... तो क्या करते... मम्मा द ग्रेट ने पास वाले खाली प्लाट से एक बाल्टी मिट्टी हमारे टेरेस पर ला दी.. और अब घर पर ही आराम से मिट्टी से खेल सकता हूँ... वैसे मिट्टी लाने में थोड़ी मदद मैंने भी की... 

अब बताओ कोई मम्मा अपने घर में मिट्टी लाने देती है... इसलिए मेरी मम्मा है मम्मा द ग्रेट....

Monday, June 13, 2011

छुट्टियों से पहले की पार्टी...

स्कूल की छुट्टियाँ शुरू होने से पहले पार्टी हुई... हम सभी दोस्तों से साथ मिल कर लंच किया.. उसी की एक झलक....




अब मिलेंगे जुलाई में.... आपसे नहीं स्कूल के दोस्तों से....

Sunday, June 12, 2011

लीची खाओगे....

लीची भी मुझे पसंद है... और इस मौसम में खूब मिल रही है....  और ये में खूद खा सकता हूँ...

लीची मुहं में... और नजरें... टीवी पर... विनी द पूह... 

पाँव की पट्टी.... चिंता न करना शौक से बाँधी है...  बस जरा ही खरोच लगी थी...





आपको भी लीची खानी है.. तो प्लेट में से ले सकते हो :)

Friday, June 10, 2011

कुम्हार....

स्कूल के समर केम्प में एक दिन 'कुम्हार' आए.. अपनी चाक के साथ.. और मैंने उनके साथ अपनी गुल्लक बनाई... 

.. 










ये सारी तस्वीरें मेरी टीचर ने अपने मोबाइल से ली... खास इस ब्लॉग के लिए.... 

Sunday, June 5, 2011

एयर फोर्स म्यूजियम...

गर्मी की छुट्टियाँ शुरू हो गई.. दादा दादी भी आये है.. पर गर्मी के चक्कर में घुमाना फिरना कम हो रहा है... फिर भी गर्मी को चकमा देकर एयर फोर्स म्यूजियम देखने पहुंचे.... इतने सारे प्लेन को पास से देखना बहुत प्यारा अनुभव था....

मजबूत तो है न? 

कितना बड़ा है.. दौड कर नापना पड़ेगा...

बैठने की से जगह... है न मस्त...

कैसे काम करता है ये...

ये रेड रेड क्या है...


इतने सारे...



ये है बिलकुल मेरे खिलौने की तरह...

दादा दादी और आदि...

ये है म्यूजियम...


ये क्या है... टायर वाला?

मजा आया!!
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