इस स्टंट के बाद झूले पर थोड़ी सख्ती हो गई है...
नये वाक्य
कल शाम बाबा के साथ बाजार जा रहा था.. बाबा ने पूछा.. "आदि कहाँ जा रहें है" जबाब मिला..."बेलून लेने जा रहें है"...
वापसी में बाबा ने गाना सुनाया... "लकड़ी की काठी... " और जब इस गाने में "तबडिक तबडिक" आया तो मैं बोला.. "बीनू दादी ऐसे करती है"
अच्छा हुआ झूला छुड़ा लिया...गिरोगे तड़ाक से तो भूल जाओगे बेलून लाना. :)
ReplyDeleteअब तो बहुत बोलना सीख लिया है हमारे आदि ने..
आदि बेटा
ReplyDeleteस्टंट करना ठीक नहीं है अच्छे बच्चे बनों !
ओये हीरो लगता है अक्षय कुमार की फिल्मे ज्यादा देखने लगे हो आजकल हाँ हा हा हा हा ...
ReplyDeletelove ya
चलो अब ये भी अच्छा हुआ कि घर मे ही अब एक स्टंट मास्टर बःइ होगया. अब अपन तो स्टंट फ़िल्म ही बनायेंगे.
ReplyDeleteरामराम.
वाह ! सम्हाल कर !
ReplyDeleteबातें खूब करने लगो हो प्यारे !
aadi kitna bada ho gaya hai, bahut dena baad dekha hai na or cute bhi kitna ho gaya hai
ReplyDeleteअबे हीरो बहुत बेलेंस बना कर रखा, ओर अगर गिर पडता तो....अब यह झुला अपने भाई या बहिन के लिये संभाल कर रख ले, तु इस झुले से बडा हो गया है हीरो
ReplyDeleteलगे रहो, लगे रहो!
ReplyDeleteकभी तो काम आएगा!
बहुत बढ़िया झूला!
ReplyDeleteनारी-दिवस पर मातृ-शक्ति को नमन!
Nice Stunt..majedar !!
ReplyDelete______________
"पाखी की दुनिया" में देखिये "आपका बचा खाना किसी बच्चे की जिंदगी है".