जब बाथरुम में जाता हूँ तो कितनी मौज होती है.. खेलने को और काम करने के लिये कितना कुछ होता है.. मेरी ये सभी शरारतें कैद है इस विडियो में.. फुरसत से देखिये.. और हर पल को महसुस किजिए.. शुरु से अंत तक कई शरारतें कैद है इसमें..
अच्छा अब मुझे पता चला कि मम्मी बाथरूम का दरवाजा बंद क्यों रखती हैं । एक बार मौका मिलने दो फिर मैं भी बाथरूम की सब चीजें उठा पटक के बराबर कर दूंगा । ये तरीका दिखाने का शुक्रिया आदि भैया ।
सही जा रहे हो बेटा !
ReplyDeleteबहुत सही सही कर रहे हो.:)
ReplyDeleteरामराम.
बढिया मजे ले रहे हो !
ReplyDeleteधन्य हुए इस महा स्नान को देख...कुछ किचन से भी सामान लाकर बाल्टि में डालो :)
ReplyDeleteवाह मज़ा आ गया... कुछ समीर अंकल की बात पर भी ध्यान दो .
ReplyDeleteअरे वाह आदि बेटा!
ReplyDeleteतुम तो बहुत बड़े हो गये हो,
बाथरूम मे कच्छा पहन कर नहाने लगे हो।
आदि भाई मौजा ही मौजा ।
ReplyDeleteखूब मजे से नहाओ जी ..:)
ReplyDeleteक्या बात हॆ बडे बच्चे, अब कुछ ही समय में एसे खेल के साथ गाने भी लगना.... खुब मजा आया
ReplyDeleteare aadi saahab,
ReplyDeletemain bhi to soch raha tha ki delhi me achanak baarish kaise ho gay?
aaj too nahaya tha shayad isliye.
lage raho aadi
ReplyDeletegazab hai re...chora..
ReplyDeleteबिलकुल ठीक कह रहे हो आदि। इसका मजा तो वही जानता है जो ऐसा करता है। वाह!वाह!
ReplyDeleteअच्छा अब मुझे पता चला कि मम्मी बाथरूम का दरवाजा बंद क्यों रखती हैं । एक बार मौका मिलने दो फिर मैं भी बाथरूम की सब चीजें उठा पटक के बराबर कर दूंगा । ये तरीका दिखाने का शुक्रिया आदि भैया ।
ReplyDeletemast ho kar naha rahe ho.. sahi hai guru... abhi jitna nahana hai naha lo.. fir thadh me kaise nahaoge?? :D
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