Thursday, November 5, 2009

किस्सा कुर्सी का...

पापा मम्मी मेरे लिए एक छोटी सी कुर्सी लाये..  और ये कुर्सी भी मेरे लिए एक खिलौना बन गई.. देखिये इस विडियो में की मैंने कुर्सी पर कैसे कब्जा जमाया..

कैसा लगा ये किस्सा कुर्सी का..



13 comments:

  1. किस्सा कुर्सी का..इचक दाना!! बबुआ बाना!!


    यही है दबोचे रहो..छोड़ना मत!!

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  2. आदि ! कुर्सी उठाते ही लगा जैसे तू भी वही खेल खेलने जा रहा है जो हमारे नेता कई बार विधानसभाओं में कुर्सियों से खेलते है !

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  3. तुम्‍हारे खिलौने तो कुछ भी हो सकते हैं .. पर हमारे खिलौने तो तुम जैसे प्‍यारे प्‍यारे बच्‍चे ही हो सकते हैं !!

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  4. वाह प्यारे जल्दी बड़े हो जाओ। बॉलीवुड़ तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहा है!

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  5. अभी से प्रेक्टिस कर रहे हो? बहुत बढिया है, सीख लो सब दांव पेंच.:)

    रामराम.

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  6. आदि तुम्हारा जवाब नहीं...तुम सच में लाजवाब हो...बहुत कमाल के फोटो लेकर वीडियो बनाया है...वाह...
    नीरज

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  7. बहुत बढ़िया। अब कुर्सी का इस्तमाल किस किस काम के लिए किया जाता है यह आदि से सीखना चाहिए;))

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  8. कुर्सी का खेल शुरू आदि जी :) बहुत मजेदार पकडे रहना .जम के बेठे रहना :)

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  9. गजब है किस्सा कुर्सी का...

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  10. wah beta.. abhi se hi kursi ke chakkar me lage ho.. sahi hai.. :D

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  11. कुर्सी के सब दीवाने हैं।
    हमारा आदि भी किसी से का नही है।

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  12. किस्सा कुर्सी का मजेदार है...

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  13. बहुत सुंदर, आदि तुमहारी कुर्सी तो बहुत प्यारी लगी

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कैसी लगी आपको आदि की बातें ? जरुर बतायें

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