Sunday, June 6, 2010

ऐसे बनाते है बुलबुले..

पता है साबुन के बुलबुले कैसे बनाते है?

पहले हाथी को पानी पिलाओ.... हाँ ये ग्रीन ग्रीन हाथी है... ये ही मेरे लिए बुलबुले बनाता है....


फिर उसका ट्रिगर दबाओ....

और ये बने बुलबुले....

ये रहे इत्ते सारे....

मम्मु आपको भी चाहिए...
 ये लो

आपको चाहिए क्या?

8 comments:

  1. आदि बेटा काफी कुछ सीख गये हो, अब तो!

    ReplyDelete
  2. वाह तुम तो वाक़ई बहुत बड़े - बड़े बुलबुले बनाना सीख गए हो . बहुत बढ़िया. शाबाश.

    ReplyDelete
  3. लाओ लाओ, मुझे चाहिये....मम्मु को अब मत देना..अब समीर अंकल का नम्बर है.

    ReplyDelete
  4. बुलबुले बनाना सीख गए ! बढ़िया !

    ReplyDelete
  5. बहुत खुब जी खुब बनाओ, ओर हमे बताने के लिये धन्यवाद

    ReplyDelete
  6. वाह आदित्य, मुझे भी चाहिए बुलबुले...

    ________________________
    कल 7 जून को 'पाखी कि दुनिया' में समीर अंकल जी की प्यारी सी कविता पढना ना भूलियेगा.

    ReplyDelete
  7. बहुत अच्छा लगता है ना यूँ बुलबुले बनाना....चित्र बहुत प्यारे हैं

    ReplyDelete

कैसी लगी आपको आदि की बातें ? जरुर बतायें

Related Posts with Thumbnails