काऊ (गाय) को रोटी और घास खिलाना जोधपुर में मेरा पसंदीदा काम है.... सुबह अगर कोई काऊ का नाम ले ले तो एक दम उठ कर तैयार हो जाता हूँ.. काऊ को रोटी खिलाने... स्कुल जाते हुए रास्ते में काऊ को घास खिलाना भी बहुत जरुरी है...
जोधपुर में काऊ को हमने भी बहुत घास खिलाई है , जोधपुर के कई चौराहों पर घास वाले घास बेचते है वहां घास खरीदकर काऊ को खिलाने वालों का तांता लगा रहता है | रोटरी चौराहे पर तो काऊ शाला की गाड़ी खड़ी रहती है जिसमे लोग घास डालते रहते है गाड़ी भर जाने पर गौशाला वाले ले जाते है |
बहुत सुन्दर पोस्ट सजाई है आपने! -- पोस्ट के लिए बहुत सुन्दर चित्रों का चयन किया गया है! -- बहुत-बहुत शुभकामनाएँ! -- आपकी पोस्ट की चर्चा तो बाल चर्चा मंच पर भी है! http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/11/28_15.html
अरे भाई, ये आखिर वाला तो सांड है।
ReplyDeleteयार, घास तो खिला दी। वास्तव में आदि गुड बॉय है। लेकिन गोबर कौन उठायेगा?
जोधपुर में काऊ को हमने भी बहुत घास खिलाई है , जोधपुर के कई चौराहों पर घास वाले घास बेचते है वहां घास खरीदकर काऊ को खिलाने वालों का तांता लगा रहता है | रोटरी चौराहे पर तो काऊ शाला की गाड़ी खड़ी रहती है जिसमे लोग घास डालते रहते है गाड़ी भर जाने पर गौशाला वाले ले जाते है |
ReplyDelete:-) very good boy!!!
ReplyDeleteये तो बहुत अच्छी आदत है जी !
ReplyDeleteगाय को रोटी खिला बड़े पुण्य का कार्य कर रहे हैं आप।
ReplyDeleteअरे भला ....ये भी कोई पूछने की बात है !!
ReplyDeleteआदि इज़ आलवेस गुड बॉय :)
अनुष्का
ऎसे ही परोपकार करते रहो ..........
ReplyDeleteThats Great....
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा ...मै आई हूँ आज तुम्हें बधाई शुबह्कामनाएं और आशिर्वाद देने ...पापा ने बताया होगा न ..आज बालदिवस है ..
ReplyDeleteओह्ह्ह...शुभकामनाएं ( सुधारकर पढ़ लोगे न?.. .प्लीज..)
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ReplyDeleteआदित्य सहित दुनिया के सभी बच्चों को
मेरी तरफ से बहुत-बहुत प्यार!
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बहुत सुन्दर पोस्ट सजाई है आपने!
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वाह भई आदित्य तुम तो टकल हो गए. तुम्हारे ये फ़ोटो मैं आज पहली बार देख रहा हूं. यूं भी उतने ही जंच रहे हो. बस अब बालों के साथ गुस्से को भी फेंक दो...
ReplyDeleteअरे वाह, ये तो अच्छी बात है। पर इतनी सारी घास कहां से मिली आदी बेटा।
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ग्राम, पौंड, औंस का झमेला। <
विश्व की दो तिहाई जनता मांसाहार को अभिशप्त है।
ये बहुत अच्छा काम कर रहे हो आदि!! शाबास!!
ReplyDeletecow ko ghas khilate ho....achhi baat hai...par
ReplyDeletegai ko bhi grass khilaya karo....
mast raho bachba...
प्रसन्न रहो बेटा!
ReplyDeleteआज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ......
ReplyDeleteफोटू कौन निकाल रहा है जी और गुड बॉय के साथ कौन जेंटलमैन हैं, गउ माता तो हमारी जानी-पहचानी लग रही है.
ReplyDeleteअरे आदि ! अब काऊ को घास ही खिलाता रहेगा या और नई बाते व अपनी हरकते बयातेगा !!
ReplyDeleteकई दिनों से कोई पोस्ट नहीं आ रही ?