Saturday, February 20, 2010

1411 - अगली बार शायद पिजरें में भी न दिखे!!

मुझे भी चिंतित होना ही चाहिए न.. कहते है की भारत में अब केवल १४११ बाघ बचे है.. केवल १४११.. बस इतने से.. पापा पिछले वर्ष जिम कोर्बेट गए.. शायद एक बाघ मिल जाए पर.. बेड लक.. उनको एक भी नहीं दिखा..



मैं शायद थोड़ा लक्की हूं.. पता है कैसे मैंने टाइगर देखा.. हां असली का.. पूरा ८-१० फिट लंबा.. पता है कहाँ त्रिवेंद्रम के चिडियाघर में..  बहुत सुन्दर टाइगर था.. और ताकतवर भी..



टाइगर देख कर बहुत अच्छा लगा.. अपने पिजरें में मस्ती से घूम रहा था.. वाकई बहुत इम्प्रेसिव था..


पर पता है.. भारत में अब केवल १४११ टाइगर ही बचे है.. और हम इन्हें कम से कम जू में तो देख पा रहे है..अगर ये ही हाल रहा तो टाइगर शायद जू में भी न नजर आये.. अगर हमने अभी चिंता नहीं की तो शायद बाद में हमें चिंता करने के लिए बाघ भी नहीं बचे... मैं तो जू में देख लिया लेकिन बाद में.......

"बाघ बचाओ" 



12 comments:

  1. 1411
    तुम्हारी चिंता में हम भी भागीदार है आदि !
    बाघों की गिरती संख्या वाकई चिंताजनक है एसा ही चलता रहा तो इस शानदार जानवर का अस्तित्व ही मिट जायेगा |

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  2. very true ,but let's not worry about them too much . Dinosaurs are extinct now , so what ? this is all over-hyped propaganda beta, just a fashion statement and nothing else !

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  3. अच्छा संदेश दिया है बच्चू...ऐसे ही सार्थक संदेश देते रहो. शाबाश!

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  4. काश तेरी बात ही कोई मानले. अब ताऊ की तो कोई मानता नही. बहुत बढिया काम किया तूने.

    रामराम.

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  5. बहुत अच्छा सन्देश दिया है हम भी तुम्हारे साथ हैं। शुभकामनायें

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  6. ओये हीरो बहुत समझदार हो गये हो, अब बात तो चिंता की है ही.....
    love ya

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  7. अरे आदि बेटा अब तुम जेसे बच्चे ही आंखे खोले हम जेसो कि तभी बात बनेगी, वर्ना आज की पीढी तो सत्यनाश करने पर तुली है... ओर सुन....nice ही nice लिखा है बेटा.
    बहुत सुंदर संदेश दिया

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  8. देख तो हम भी चुके पर लगता है कि कुछ सालों बाद हम इन्हें बस चित्रों में देख सकेंगे?
    चलो तुमने अच्छा किया कि यहाँ फोटो लगा दी, कम से कम यहीं देख लिया करेंगे.
    आज बहुत दिन बाद तुमसे बात हो रही है, Sorry

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  9. अली सैयदFebruary 20, 2010 at 5:12 PM

    आदि बेटा
    हमने १५ बरस पहले उन्हें सड़क पार करके पानी के कुंड की ओर जाते देखा था ! लेकिन उस दिन हम खुद पहियों वाले पिंजड़े के अन्दर थे और वे खुले घूम रहे थे !
    अब क्या पता कि वे दोनों १४११ में शामिल हैं कि नहीं

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  10. आपकी चिंता सही है और प्रयास सराहनीय.

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  11. मूर्तियां बना करेंगी उनकी तब! :(

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कैसी लगी आपको आदि की बातें ? जरुर बतायें

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