पिंकु चाचा की शादी में घोडे़ पर नहीं बैठा और डांस भी नहीं किया.. लेकिन ये हसरत नीलकमल चाचा की शादी में पुरी हो गई.. १७ अप्रेल को बारात के दिन..
शाम को मैं भी वक्त से तैयार हो गया, अपनी नई शेरवानी और साफा और नई जुतिया पहनकर.. और जैसे ही
घोडे़ पर बैठे और बेण्ड बाजे की आवाज.. और चाचा की शादी.. डांस तो खुद ब खुद हो जाता है...
बारात में नाचे नही तो शादी अधुरी है...तो मम्मी की गोद में
बारात के बाद कुछ तस्विरें रिशेपशन की..
ये है हमारा परिवार..
बायें से.. निरंजन चाचा, नेहा चाची, दादी, दादा और ऋषभ भैया, निलकमल चाचा, प्राची दीदी, प्रिया चाची, मम्मी, पापा के साथ पल्टु, शिल्पी चाची और अंनुरंजन चाचा...
और ये मेरे दोनों मामा.. अरुण मामा, और मनोज मामा.. और मनोज मामा की गोद में जयु...
और ये है हमारा पुरा पुरा परिवार... इनके नाम तो...बताना मेरे बस का काम नहीं....
खाना बहुत लजिज़ था पर मेरा खाना तो मम्मी साथ लाई थी..
ऐसे चाचा की शादी का हुई.. उम्मिद है तस्विरों से आपने भी एंजोय किया होगा..
आज लवी का जन्म दिन है.. उसे मुबारकबाद दी?
HAPPY BIRTHDAY LAVI