Thursday, April 30, 2009

आज मेरे चाचा की शादी है....

पिंकु चाचा की शादी में घोडे़ पर नहीं बैठा और डांस भी नहीं किया.. लेकिन ये हसरत नीलकमल चाचा की शादी में पुरी हो गई.. १७ अप्रेल को बारात के दिन.. 
शाम को मैं भी वक्त से तैयार हो गया, अपनी नई शेरवानी और साफा और नई जुतिया पहनकर.. और जैसे ही 
बारात निकली मैने अपनी सीट पकड़ ली, चाचा के साथ घोडे पर बैठ कर...
घोडे़ पर बैठे और बेण्ड बाजे की आवाज.. और चाचा की शादी.. डांस तो खुद ब खुद हो जाता है...
बारात में नाचे नही तो शादी अधुरी है...तो मम्मी की गोद में
बारात के बाद कुछ तस्विरें रिशेपशन की..
ये है हमारा परिवार..
बायें से.. निरंजन चाचा, नेहा चाची, दादी, दादा और ऋषभ भैया, निलकमल चाचा, प्राची दीदी, प्रिया चाची, मम्मी, पापा के साथ पल्टु, शिल्पी चाची और अंनुरंजन चाचा...

और ये मेरे दोनों मामा.. अरुण मामा, और मनोज मामा.. और मनोज मामा की गोद में जयु...

और ये है हमारा पुरा पुरा परिवार... इनके नाम तो...बताना मेरे बस का काम नहीं....


खाना बहुत लजिज़ था पर मेरा खाना तो मम्मी साथ लाई थी..
ऐसे चाचा की शादी का हुई.. उम्मिद है तस्विरों से आपने भी एंजोय किया होगा..

आज लवी का जन्म दिन है.. उसे मुबारकबाद दी?

HAPPY BIRTHDAY LAVI

Wednesday, April 29, 2009

डोरा पल्ला

15 तारिख के सभी कार्यक्रम हमारे यहां थे तो 16 को चाची के घर..  दिन में घर की सभी महिलाऐं और बच्चे पहुँच गये चाची के लिये "डोरा पल्ला" लेकर... बच्चे जाने थे तो मैं भी अंशु चाचा की गोद में सवार हो गया..


ये रही हमारी टीम अर्पित, क्षितिज और अंशु चाचा..


इस कार्यक्रम के बाद लंच भी वहीं था.. पर मेरा खाना तो घर से ही आया....

अब बारी थी चाची के यहां संगीत के कार्यक्रम की.. तो पापा मम्मी के साथ मैं भी पहुँच गया संगीत का मजा लेने....


मेरे और ऋषभ भैया के लिये VIP व्यवस्था हुई.. स्टेज के करीब... ये ड्रेस देख रहे हो.. पापा लाये थे बैंकोक से खास  चाचा की शादी के लिये...


फिर हम प्राची दीदी के साथ चाचा चाची की गोद में बैठ गये...

ऋषभ भैया!!! चाची की गोद में मैं बैठुँगा....

खैर चाची की गोद में तो नहीं बैठा पर संगीत को खुब एंजोय किया..

और ये देखो चाची की सुन्दर सी सहेली....

आगे की किश्त में बताता हूँ बरात की धूम और रिशेप्शन...इंतजार किजिये दुल्हे से मिलने का....

(एक बात तो बताना भूल गया.. १५ को संजय अंकल भी परिवार सहित आये थे.... बस फोटो नहीं ले पाया.. वरना जरुर दिखाता.. )

Tuesday, April 28, 2009

शादी के लड्डु और बर्थडे का केक

चाचा की शादी की बात तो आपको पता चल ही गई है (दो-तीन पार्ट और बाकी है वो बस कुछ दिन में आ रहे हैं).. शादी की बात बताई तो लड्डु की फरमाईश भी आने लगी.. तो मैने आपके लिये लड्डुओं का प्रबंध भी कर दिया है.. २ मई को मेरी बर्थडे पार्टी में आपको केक के साथ लड्डु भी हाजिर रहेंगें.

२ मई को शाम आठ बजे मेरे जन्मदिन पार्टी है.. खेल होगें, नाच गाना होगा और मस्ती ही मस्ती होगी...

इसी पोस्ट को निमंत्रण मान कर आपके आने की सुचना टिप्पणी से या aadityaranjan@gmail.com पर दे सकते हैं...
हमारी सोसाइटी ढुढने में कोई दिक्कत हो तो इस लिंक पर देख सकते है..
 
आ रहे है न आप? फिर न कहना कि आदि केक कहां है और लड्डु कहां है..

Monday, April 27, 2009

हल्दी की रस्म

चाचा की शादी तो १७ अप्रेल की थी, पर शादी के कार्यक्रम १५ तारिख से ही शुरु हो गये.. १५ की सुबह तक सारा कुनबा भी इक्ट्ठा हो गया था.. १५ तारिख को ४ खास कार्यक्रम थे..  सुबह चाचा का मुंडन था होने वाली चाची भी आई थी.. मुंडन में तो मेरा कोई काम नहीं था पर चाची को तिलक तो मुझे लगाना ही था..
चाची के टीका लगाने के बाद चाचा का नम्बर था, चाचा दूर कहां जा रहे हो?


शाम को हल्दी की रस्म हुई. मैं भी तैयार था, चाचा को हल्दी लगाने के लिये


मजा आया हरिये (मुंग) बिखेरने वाली रस्म में... ये काम तो मैं बहुत अच्छे से कर सकता हूँ.. और बीच बीच में हरिये खाने को भी मिल जाते है.
.
 
ये सब के बाद देर शाम को संगीत का कार्यक्रम हुआ.. मैं भी सज धज कर पहुच गया संगीत का मजा लेने, स्टेज पर तो मौका नही मिला पर संगीत बहुत एंजोय किया..

अब आप मिलिये चाचा-चाची से...


सुबह से इतने काम कर मैं तो बहुत थक गया, मैं चला सोने...  देखो कैसे मेरे बिस्तर का इंतजाम हुआ है..

कल मिलते है, आगे के हाल के साथ..

Tuesday, April 21, 2009

ये लालु बहुत गंदा है..

बहुत दिनों तक गायब रहा.... गायब कहीं नहीं हुआ चाचा की शादी में गया था.. कल सुबह ही दिल्ली वापस आया हूँ.. और अब सारी बातें क्रम से आपको बताने वाला हूँ..

तय कार्यक्रम के अनुसार १० अप्रेल कि शाम को हम मण्डोर एक्सप्रेस से जोधपुर के लिये रवाना हो गये.. शादी में जाना था तो ढेर सामान ले जाना तो हमारा परम कर्तव्य था और हमने वो निभाया भी.. पिंकु चाचा भी उस दिन फ्री थे तो स्टेशन छोड़ने की जिम्मेदारी उन्होने ही निभाई.. हाँ खास बात ये कि इस बार मैं अपनी सीट साथ लेकर नहीं गया..अब वो मेरे लिये छोटी होने लगी है न!

3AC में हमारा रिजर्वेशन था, हमारी सीटें भी अलग अलग जगह थी.. खैर थोड़ा जुगाड बैठा हमको "साईड लोअर और मिडल" सीट मिल गई.. सीट मिलना ही कुछ नहीं होता उस पर बैठना/सोना भी होता है.. थोड़ी देर में पापा मम्मी को समझ आ गया की ये सीटें कुछ काम की नहीं है.. न इस पर बैठा जा सकता है और न ही उस पर कोई मुझे लेकर सो सकता है..

तय हुआ की पापा मुझे लेकर नीचे की बर्थ पर सोयेगे और मम्मी मिडल बर्थ पर... लेकिन मुझे ये जगह कम पसंद आई और मेरा हंगामा शुरु हो गया.. मुझे मम्मी की गोद में ही बैठना था.. तो क्या मिडल बर्थ फिर से पैक हूई और बैठने की जगह बनाई गई.. मुझे सुला कर मम्मी फिर से मिडल बर्थ पर गई और धीरे से बोली "ये लालु बहुत गंदा है!"

मुझे नहीं पता पर सोने से पहले मैने बर्थ पर लाईट और एसी चैक किया वो तो ठीक से काम कर रहे थे..




(चाचा की शादी बहुत अच्छी रही, इंतजार कीजिये एक एक कर सारी बातें बताता हूँ)

Saturday, April 11, 2009

खाली समय मैं क्या करते है आप?

खाली समय में आप क्या  करते हैं? क्या कहा मैं क्या करता हूँ.. मैं? मैं तो रीयाज़ करता हूँ... हाँ पियानो बजाता हू.. कैसे? ये देखिये कुछ फोटो...






फोटो देख मजा नहीं आया न? सुनना है प्यारा सा संगीत.. तो ये विडियो देख लिजिये पूरे २.३० मिनिट का है....




(चाचा की शादी में जोधपुर जा रहा हूँ, २० को वापस दिल्ली आऊंगा पूरी रिपोर्ट लेकर...मेरी याद आये तो पुरानी पोस्ट पढ़ लेना..:), फिर मिलते हैं)

Friday, April 10, 2009

लो चला मैं..

बुखार है तो क्या... दवा पीते ही बुखार छु मंतर हो जाता है, फिर पता नहीं चलता कि बुखार है कि नहीं..मंगलवार शाम को डॉ अंकल को दिखा कर घर आये, दवा पी.. और शुरु हो गया अपनी गाड़ी (गाडोले) के साथ... एक हाथ में थैला ले कर.. और कुछ शब्द नहीं ये तस्विरें खुद बोल रही हैं..









तो आजकल चलने का शौक चर्राया है जनाब को... गाडोला, कुर्सी हो, टेबल हो या स्टूल बस पकड़ कर चलने लगता हूँ...

बुखार अब ठीक है, कल दिन भर ठीक रहा.. आपका प्यार जो मिलता है...

Thursday, April 9, 2009

क्या-क्या पहचानता हूँ मैं?


बोलता तो नहीं हूँ पर पहचानना सीख रहा हूँ मैं.. अपने सीधे हाथ तर्जनी से इशारा कर बता सकता हूँ... पता है सबसे अच्छे से क्या पहचानता हूँ में? "आदि को"..  हाँ खुद को खुब जानता हूँ मैं.. पुछो जरा "आदि कहाँ है?" तुरंत अपने सीने पर इशारा कर देता हूँ.. खुद को  पहचानने के बाद सबसे अच्छे से जानता हूँ पंखे को.... पुछो कि "फैन कहाँ है?".. मेरी गर्दन तुरंत छत की और हो जाती है और अंगुली ऊपर.. पापा को भी पहचानता हूँ मैं और मम्मी को भी.. कबुतर भी मेरी पहचान सकता हूँ और केट भी.. हाँ मेरे एक सीपर पर केट बनी है.. सीपर गोल-गोल घुमा कर केट खोज ही लेता हूँ..

मेरे लिये तो ये सिख है, पर पापा के लिये खेल.. थोडी़ थोड़ी देर में पुछते रहते है.."आदि ये कहाँ है, आदि वो कहाँ है?".. जब मुड़ होता है तो बता देता हूँ नहीं तो...... गर्दन हिला न कर देता हूँ...


पता है आजकल दिल्ली का  मौसम बदल रहा है, और मैं बदलते मौसम की चपेट में आ गया.. और कुछ नहीं थोड़ा सा वायरल हो गया.. डॉ अंकल ने कहा है कि चार दिन में ठीक हो जाऊंगा.. दो-तीन दिन तो हो गये...बस अब एक दो दिन की बार और है...

Tuesday, April 7, 2009

छपाक छई..

सुखे पूल में खेलते देखा तो सबने कहा था आदि इसमें पानी डालो बहुत मजा आयेगा.. रविवार को वो समय भी आ गया.. पूल में पानी और पानी में आदि तो फिर क्या था...खुब छपाक छई हूई.. आप भी देखिये डेढ मिनिट का ये विडियो और किजिये मेरे साथ छपाक छई..





Monday, April 6, 2009

न्यौता

नीलकमल चाचा की शादी के बारें में तो आपको बताया था न? चाचा की शादी १७ अप्रेल को जोधपुर में है, १५ अप्रेल को संगीत का कार्यक्रम भी है.. मैं मम्मी पापा के साथ ११ तारिख को ही जोधपुर चला जाऊंगा.. (समीर अंकल आप १४ को आ रहे है, इस बार भी नहीं मिल पाऊंगा, अगली बार सही)

आप आये तो मुझे और मेरे पुरे परिवार को बहुत खुशी होगी.. और खास बात ये की १५ अप्रेल के कार्यक्रम का होस्ट तो में ही हूँ, ऋषभ भैया के साथ...पूरी बच्चा पार्टी के साथ खूब हल्ला गुल्ला होगा...

(बड़ा करने के लिये कार्ड पर क्लिक करें)

Thursday, April 2, 2009

आओगे न मेरी बर्थडे पार्टी में?

आज मेरा मंथली बर्थडे है, आज में पूरे ११ महिने का हो गया और अगला मंथली बर्थडे मेरा पहला जन्मदिन होगा..

मंथली बर्थ डे तो घर और ब्लोग पर ही मना लिये और आप ने हर बार प्यार और शुभकामनाऐं दी.. लेकिन पहला जन्मदिन तो धुमधाम से मनाना होगा न? तो उसकी तैयारी भी हो रही है... २ मई २००९ की शाम मेरे घर पर (द्वारका, दिल्ली) एक पार्टी रखी है, और आप सभी को जरुर आना है..





एक महीना पहले बता दिया, कोई बहाना नहीं बनाना..जरुर आना.

आओगे न मेरी बर्थडे पार्टी में? जल्दी से मुझे बताओ aadityaranjan@gmail.com पर मेल कर या फिर टिप्पणी दे कर.
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