वाघा बोर्डर देख कर हम पहुँच गए.. मिनी वैष्णो देवी यानी "माता लाल देवी मंदिर"..
स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने में मजा आया तो यहाँ भी हर मूर्ति के आगे मत्था टेकता रहा...
इसी के साथ हमारी अमृतसर यात्रा समाप्त हुई.. रात को गेस्ट हाउस (बचत घर) में रुके और सुबह फिर चले चंडीगढ़ की और...
डॉ राजेश और डॉ अंजुमन ने हमारी ये यात्रा बहुत सरल और रोचक बना दी.. उनको बहुत Thanks!!!
nice
ReplyDeletemast tour
ये तो बताओ कि वहां पर क्या क्या प्रार्थना की ?
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