ज्ञान अंकल के पिल्लों से तो मिले हो न? जैसे उनके पास पिल्ले है वैसे ही मेरे पास कबुतर के बच्चे.. अंकल को बड़ी आसानी हुई कुकुर के बच्चों को पिल्ला कह दिया.. आप बताओ कबुतर के बच्चों को मैं क्या कहूँ? चलो अभी चुजा बोल देते हैं.. नाम में क्या रखा है?
हमारी बालकॉनी में कबुतरी ने दो अण्डे दिये थे.. और अब उनमें से दो प्यारे प्यारे चुजे निकले है, छोटे छोटे से.. मिलना चाहोगे?
वो देखो वो रहे, कोने में..
नहीं दिखे? ठहरों गोदी से उतर कर बताता हूँ.... वो रहे..
अब दिखे? क्या अच्छे से नहीं दिखे.. लो मैं हट जाता हूँ, मुझे तो आप रोज देखते हो...
ये है हमारे प्यारे प्यारे चुजे.. आये पसंद आपको?.
तो खेलने को दो प्यारे से चूजे दोस्त मिल गए !
ReplyDelete"ओये हीरो ये तो सच मे बडे ही प्यारे प्यारे चुजे हैं, अभी कुछ दिनों पहले हमारी रसोई की खिड़की में भी एक प्यारा सा भूरे और गोल्डन रंग का चूजा था ऐसा ही .....आयुषी वहां चावल के दाने डाल देती थी......ऐसे पक्षी हमे भी बहुत प्यारे और अच्छे लगते हैं...."
ReplyDeleteLove ya
bahut pyare dost hai aapke:)
ReplyDeleteसोनु (गोल्डन वाला) और मोनु नाम रख दो..फिर रोज नाम से बुलाना तो वो अपना नाम जान जायेंगे जैसे तुम जान गये न कि पलटु कौन? :)
ReplyDeleteबड़े प्यारे दोस्त मिले हैं बेटा-खूब ध्यान देना दोस्तों का.
अच्छा लगा!!!
उन्मुक्त उड़ान के बाद इनको आदित्य की याद आएगी और ये लौट कर यहीं आयेंगे [ नॅशनल जियोग्राफिक चैनल ]
ReplyDeleteबहुत बढ़िया. इनको कुछ खिलाते रहना. साथ में खेलना भी.
ReplyDeleteइस का नाम तो मस्सकली होना चाहिए..
ReplyDeleteआप के नए दोस्त बहुत प्यारे हैं ..:)
ReplyDeleteपर देखो, इन्हें तंग मत करना।
ReplyDeleteसोनू, मोनू और पल्टू...क्या रंग जमेगा जब मिल बैठेंगे दिवाने तीन.:)
ReplyDeleteरामराम.
गुटर-गुटर-गूँ
ReplyDeleteकरके तुमको,
रोज़ सुनाएँगे ये गान!
नन्हे-प्यारे
हैं ये चूज़े,
रखना इनका हरपल ध्यान!
वाह भाई क्या मोलिकता है ,एक नए तरीके से ब्लॉग प्रस्तुति ,मान गए आपके ममी पापा को जो आपके रूप मे अपने बचपन को जी रहे है ,यही तो जीवन है जहाँ सारे संगुथन सरल हो जाते है ,हम बोद्धिक हो जटिल हो जाते है और सदेव पहेलिया बुझाते है ,भूल जाते है कि सरल ही तो जीवन है ;
ReplyDeleteतीनों कबूतर बहुत प्यारे हैं!
ReplyDeleteअबे पलटू बडे प्यारे है तेरे दोनो दोस्त,लेकिन बेटा इअन का ध्यान भी रखना कही बिल्ली मोसी ना आ जाये इन्हे चट करने के लिये.
ReplyDeleteप्यार बहुत सा प्यार
बधाई हो भई , तुम्हें तो दोस्त मिल गए।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया बेटा, नेचर से ऐसे ही प्यार करना सीखते रहो! दुनियां में सबसे अच्छे दोस्त यही होते हैं!
ReplyDeletechuze to bohat nice hai
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