यह देखो मेरे खिलोने...
मैं इनको बहुत पसंद करता हूँ.. अलग-अलग समय में अलग खिलौने से खेलता हूँ..
वो देखिये, जो yellow- orangeकलर का है, वो मेरे झूले में लगता है. चाबी लगाने पर यह तेज़ घूमता है और आवाज़ भी करता है..इसके रंग बिरंगे सितारे मुझे बहुत आकर्षित करते हैं ..
दो झुन झुने और एक डफली है.. इनकी आवाज़ बहुत अच्छी है.. मेरा ध्यान बटाने के लिए इन्हें बजाया जाता है और पापा तो अक्सर मुझे सुलाने के लिए भी इन्हें बजाते है.
green कलर का मंकी देख रहे हो? यह मुझे सबसे ज़्यादा पसन्द है.. यह तो आवाज़ के साथ हाथ हिलाता है, मुँह खोलता है और आँखें भी टमकाता है.. जब मैं रोता हूँ तो इसे मुझे चुप कराने के लिए काम लेते हैं .. और मैं मान भी जाता हूँ.. क्या करुँ है ही इतना प्यारा, नज़र ही नही हटती।
जो बड़ा सा कछुआ देख रहे हैं .. यह नया नया आया है.. इसे मेरे सीने पर रख देते हैं फिर मैं प्यार से इसे निहारता हूँ, इसे पकड़ने पर भी यह चोट नहीं पहुंचाता , और अन्दर की बात यह है कि इसकी आड़ में मुँह में अँगुली भी आराम से रख लेता हूँ.
और भी बहुत सारे खिलोने हैं .. दादा के पास जोधपुर में रखे हैं .. चाचा उनको जल्दी से भेज दो please..
बढ़िया और आदित्य रंजन जी से तो मिलकर बउत-बउत अछा लगा।
ReplyDeleteitne games to humare pass bhi nahi the .
ReplyDeleteSaloni
beta bhut pyara hai. bhut badhiya likha hai aapne. jari rhe.
ReplyDeleteअरे वाह!! आदित्य के पास तो ढ़ेरों खिलोने हैं-हमको भी खिलाओगे?
ReplyDeleteचाचा जल्दी भेजो बाकी खिलोने नहीँ तो आदित्य नाराज हो जायेंगे. बड़ा प्यारा लग रहा है. :)
are ye jo mounkey wala khilona hai ye aadi ka sabse pyara khilona hona hi tha kyoki ye mousi jo layi thi or isame aadi ko apane papa jo dikhte hai
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