मैं शायद थोड़ा लक्की हूं.. पता है कैसे मैंने टाइगर देखा.. हां असली का.. पूरा ८-१० फिट लंबा.. पता है कहाँ त्रिवेंद्रम के चिडियाघर में.. बहुत सुन्दर टाइगर था.. और ताकतवर भी..
टाइगर देख कर बहुत अच्छा लगा.. अपने पिजरें में मस्ती से घूम रहा था.. वाकई बहुत इम्प्रेसिव था..
पर पता है.. भारत में अब केवल १४११ टाइगर ही बचे है.. और हम इन्हें कम से कम जू में तो देख पा रहे है..अगर ये ही हाल रहा तो टाइगर शायद जू में भी न नजर आये.. अगर हमने अभी चिंता नहीं की तो शायद बाद में हमें चिंता करने के लिए बाघ भी नहीं बचे... मैं तो जू में देख लिया लेकिन बाद में.......
"बाघ बचाओ"
1411
ReplyDeleteतुम्हारी चिंता में हम भी भागीदार है आदि !
बाघों की गिरती संख्या वाकई चिंताजनक है एसा ही चलता रहा तो इस शानदार जानवर का अस्तित्व ही मिट जायेगा |
very true ,but let's not worry about them too much . Dinosaurs are extinct now , so what ? this is all over-hyped propaganda beta, just a fashion statement and nothing else !
ReplyDeleteअच्छा संदेश दिया है बच्चू...ऐसे ही सार्थक संदेश देते रहो. शाबाश!
ReplyDeleteकाश तेरी बात ही कोई मानले. अब ताऊ की तो कोई मानता नही. बहुत बढिया काम किया तूने.
ReplyDeleteरामराम.
बहुत अच्छा सन्देश दिया है हम भी तुम्हारे साथ हैं। शुभकामनायें
ReplyDeleteओये हीरो बहुत समझदार हो गये हो, अब बात तो चिंता की है ही.....
ReplyDeletelove ya
अरे आदि बेटा अब तुम जेसे बच्चे ही आंखे खोले हम जेसो कि तभी बात बनेगी, वर्ना आज की पीढी तो सत्यनाश करने पर तुली है... ओर सुन....nice ही nice लिखा है बेटा.
ReplyDeleteबहुत सुंदर संदेश दिया
देख तो हम भी चुके पर लगता है कि कुछ सालों बाद हम इन्हें बस चित्रों में देख सकेंगे?
ReplyDeleteचलो तुमने अच्छा किया कि यहाँ फोटो लगा दी, कम से कम यहीं देख लिया करेंगे.
आज बहुत दिन बाद तुमसे बात हो रही है, Sorry
सन्देश देती हुई पोस्ट!
ReplyDeleteआदि बेटा
ReplyDeleteहमने १५ बरस पहले उन्हें सड़क पार करके पानी के कुंड की ओर जाते देखा था ! लेकिन उस दिन हम खुद पहियों वाले पिंजड़े के अन्दर थे और वे खुले घूम रहे थे !
अब क्या पता कि वे दोनों १४११ में शामिल हैं कि नहीं
आपकी चिंता सही है और प्रयास सराहनीय.
ReplyDeleteमूर्तियां बना करेंगी उनकी तब! :(
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