आदि मजे में है और बहुत ज्यादा शरारती हो गया है.. कुछ नये शब्द भी सिखे है... जैसे ’चली गई’.. ऊपर चढ़ना सिखा है तो बस अब हर जगह चढ़ने कि कोशिस करता है.. और उस चक्कर में गिर भी जाता है.. पर वो खुब मौज कर रहा है..
आदि की मम्मी अब आदि के साथ खेलने के लिये हर समय घर पर होती है.. तो आजकल मम्मी का कुछ ज्यादा लाड़ला हो गया है.. हर समय मम्मी मम्मी..
कुछ दिनों तक व्यस्तता बनी रहेगी.. लेकिन कोशिस रहेगी सप्ताह में कम से कम एक बार आदि की खबर आप तक पहूँचा दें..
अगले १४ दिन जकार्ता और बैंकाक में कटेगें तो आपके साथ मैं भी आदि को बहुत मिस करूगां..
aare waah aadi aur mummy khub masti maza kar rahe hai,au aadi baba khub sara laad karwake le rahe hai bahut khub.
ReplyDeleteआदि बेटा बहुत शरारती हो गये हो, लेकिन अच्छा लगता है, अब जल्दी से बोलना सीख लो फ़िर तुम से मिलेगे तो हम तो तुम्हारे दोस्त है ओर भाई तुम से बात भी करेगे ना.बहुत प्यार.
ReplyDeleteरंजन जी आप के दिल की हालत समझ सकता हुं, लेकिन काम भी जरुरी है, चलिये आप की यात्रा शुभ हो, ओर अपना काम पुरा कर के फ़िर समय निकाल कर आदि के लिये कोई सुंदर सा खिलोना ले कर आना.
हमारी तरफ़ से यात्रा के लिये शुभ कामनये, नमस्कार
वाह भई आदि..आखिर तेरी खबर तो मिली. मजे करता रह. और पापा को भी काम निपटा लेने दे..फ़िर वापस शुरु.
ReplyDeleteरामराम.
आपकी यात्रा शुभ हो ! समय मिले तो आदि की खबर लिखते रहिएगा |
ReplyDeleteचलो, बबुआ की खबर तो मिली..तस्वीर देख ली और तसल्ली लग गई. यात्रा शुभ हो!
ReplyDeleteआदि बेटा!
ReplyDeleteआपका तो बहुत दिनों से इन्तजार था।
खूब शरारत करो, यही तो उम्र है शरारतों की।
बधाई!
धन्यवाद
ReplyDeleteतसल्ली हुई !
आदि भी तो आपको मिस कर रहा होगा..जल्दी लौट आइये...
ReplyDeletehello aadi ,
ReplyDeletevery good morning!!!
aadi ko fir se dekh ke achha laga.....
ReplyDeleteaapki yatra subh ho, aur aadi ko masti se lete dekh achha laga ,mummy ko bhi mera hello :)
ReplyDeleteaur haan..aadi "la" ka uchharan (chali gai)karna seekh gaya , jaan kar bahut hi achha laga.
dher sara pyaar .
बिल्कुल आनन्द में ही सोफायमान दिख रहै हैं आदित्य जी! :)
ReplyDeleteइसे कहते हैं मौजा ही मौजा।
ReplyDeleteवैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।
chli gai .......kaun?
ReplyDelete*********************************
ReplyDeleteयात्रा के लिये शुभ कामनये
प्रत्येक बुधवार सुबह 9.00 बजे बनिए
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itne din kahaan rahe Aadi? waise ham bhi vyast rahe.
ReplyDeleteachchha lagaa MAUJ karte dekh.
aish karo.
ओये हीरो तभी हम सोचे की ये आदि गायब कहां हो गया....ह्म्म्म ....
ReplyDeletelove ya