मेरे बारे मे चटपटी खबरें (The Indian Baby Blogger)
बाबा को रोज ऐसे ही दौड़ाया कर जब तक वे हांफ न जाए |
ये हुई ना बात !
यार आदि तू तो फ़ोकट मे एक्सरसाइज करवा रहा है. फ़िस लागू करदे.:)रामराम.
आची को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है हा हा हा हा हा हा love ya
बाप-बेटे का खेल और टी.वी. के प्रोग्राम!मजा आ गया आज तो!
बेटा मेरे, समझो...ये पापा की चाल है आदि को सुलाने के लिए...और तुम खुश होकर दौड़ रहे हो... सुला दिया न थका कर बच्चे को... :)आदि को तो क्या कहें..बच्चा है..समझता नहीं..मगर हम सब समझ रहे हैं...रंजन भाई, बहुत सही तरीका खोजे हो, क्यूँ :) !! हा हा!!
दौडते रहो दौडाते रहो
वाह वाह आदि योँही हंसते खेलते रहो आशीर्वाद्
पकडो, पकडो, पकडो।------------------सांसद/विधायक की बात की तनख्वाह लेते हैं?अंधविश्वास से जूझे बिना नारीवाद कैसे सफल होगा ?
हमें तो खुद को पकड़ने के लिए कहते हो.. और खुद जा जाकर कैमरा पकड़ते हो.. ये क्या बात हुई ?
अरे वाह ...कितना क्युट लग रहे हो दौदते हुये?
आदि यार तुने तो मेरे बच्चो का बचपन याद दिला दिया, बहुत सुंदर
अरे वाह !!! अदित्य आपने दौड़ने के बहाने अच्छी खासी एक्शरसाईज कर ली :)
शाबाश बेटा यूं ही खेलते रहो.
दौड़ा दौड़ा भागा भागा सा.. दौड़ा दौड़ा भागा भागा सा..
कैसी लगी आपको आदि की बातें ? जरुर बतायें
बाबा को रोज ऐसे ही दौड़ाया कर जब तक वे हांफ न जाए |
ReplyDeleteये हुई ना बात !
ReplyDeleteयार आदि तू तो फ़ोकट मे एक्सरसाइज करवा रहा है. फ़िस लागू करदे.:)
ReplyDeleteरामराम.
आची को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है हा हा हा हा हा हा
ReplyDeletelove ya
बाप-बेटे का खेल और टी.वी. के प्रोग्राम!
ReplyDeleteमजा आ गया आज तो!
बेटा मेरे, समझो...ये पापा की चाल है आदि को सुलाने के लिए...और तुम खुश होकर दौड़ रहे हो... सुला दिया न थका कर बच्चे को... :)
ReplyDeleteआदि को तो क्या कहें..बच्चा है..समझता नहीं..मगर हम सब समझ रहे हैं...रंजन भाई, बहुत सही तरीका खोजे हो, क्यूँ :) !! हा हा!!
दौडते रहो दौडाते रहो
ReplyDeleteवाह वाह आदि योँही हंसते खेलते रहो आशीर्वाद्
ReplyDeleteपकडो, पकडो, पकडो।
ReplyDelete------------------
सांसद/विधायक की बात की तनख्वाह लेते हैं?
अंधविश्वास से जूझे बिना नारीवाद कैसे सफल होगा ?
हमें तो खुद को पकड़ने के लिए कहते हो.. और खुद जा जाकर कैमरा पकड़ते हो.. ये क्या बात हुई ?
ReplyDeleteअरे वाह ...कितना क्युट लग रहे हो दौदते हुये?
ReplyDeleteआदि यार तुने तो मेरे बच्चो का बचपन याद दिला दिया, बहुत सुंदर
ReplyDeleteअरे वाह !!! अदित्य आपने दौड़ने के बहाने अच्छी खासी एक्शरसाईज कर ली :)
ReplyDeleteशाबाश बेटा यूं ही खेलते रहो.
ReplyDeleteदौड़ा दौड़ा भागा भागा सा.. दौड़ा दौड़ा भागा भागा सा..
ReplyDelete