पापा "ओ (ऑरेंज)" और यम यम देकर किचन में चले गए.. कुछ देर बाद आकार देखा तो आदि गायब.. पापा ने आवाज लगाईं "आदि.." और हट में से आवाज आई "क्या".. अरे आदि तो अपनी हट में चला गया.
पर आदि हट से बाहर क्यों आ रहे हो?
देखो.. पापा ने फोटो लेने के चक्कर में मेरे "हट" का पर्दा ऊपर कर दिया.. ठीक करना पड़ेगा..
अरे वाह!! पढ़ाई भी चल रही है...कित्ता मेहनती बच्चा है! जिओ मेरे लाल!!
ReplyDeleteहट में जो आये उसको हटा देना.. अकेले अकेले ओ खा रहे हो.. हमें भी खिलाओ भई
ReplyDeleteaha kitana maja ata hain naa adi ! rudra bhi garmiyon me din bhar usi me baitha rahta tha ab sardi ho gai hai naa sliye rajai me gus jata hai.:)
ReplyDeleteहट माने झोपडी - तेरी उल्टी खोपडी
ReplyDeleteबहुत प्यारी है हट।
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महफ़ज़ भाई आखिर क्यों न हों एक्सों...?
जिसपर है दुनिया को नाज़, उसका जन्मदिवस है आज।
पढ़ाकू बच्चे बहुत अच्छे होते हैं!
ReplyDeleteकितनी काम की हट है? खाना, सोना और पढना..सब एक जगह? मजे करो आदि भाई!
ReplyDeleteरामराम.
यार आदि ,
ReplyDeleteये बढिया जगह तलाश ली तुमने ..मजा का मजा , पढाई लिखाई सब कुछ
यह हट तो बहुत मजेदार दिख रहा है ।
ReplyDeleteवाह ! वाह !
ReplyDeleteAadi...bahut hi pyaara tent hai...bhahut pyarai pictures hain...main bhi aa rahi hun..tumhare khilone bhi rakh lena.
ReplyDeleteचल हट खट पट कर आदि को तंग मत कर......8
ReplyDeleteअरे आदि बेटा हमे तो जरुर जगह देगा ना अपने इस हट मै, ओर यह स्वेटर तो दादी मां के हथ का लगता है
ReplyDeleteबहुत प्यारी है हट।
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