मम्मी के साथ गोल गोल घूमने वाला झूला..
ये छुक छुक ट्रेन..
ये दादी की बिंदी..
मेले में जाए और बेलून न लाये...
घर पर.. बेलून ऊपर.. आदि नीचे..
शरारत ऑफ द डे पापा के 'लेपटाप' पर अब आदि की नजर है... आदि को लेपटाप पर जू जू देखने होते है.. तो ब्लॉग पर आपको नए पोस्ट नहीं मिले तो समझियेगा की आदि जू जू देख रहा है.... |
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अरे वाह!! आदि की तो मस्ती हो गई...आदि से भी बड़ा बैलून!! :)
ReplyDeleteबड़े-दिन और क्रिसमस की बधाई!
ReplyDeleteबहुत मस्ती की न .. सपरिवार तुम्हें क्रिसमस की बधाई !!
ReplyDeleteइसी तरह से मम्मी पापा और दादी को घुमाते रहा करो बेचारे घर में बोर हो जाते होंगे !
ReplyDeleteवाह भाई आदित्य बाबा ,आज तो चोटी भी बना ली?:) नये साल की रामराम.
ReplyDeleteरामराम.
वाह तो खूब खेली-खेली की !
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