इन दिनों मेरी मेहरबानी है क्रीम और पाउडर पर.. बस जब नजर पड़ी तो डिब्बा खाली...
एक दिन (फोटो एक दिन की है, वैसे तो कई डिब्बे काम आ चुके) हाथ लगा मेरा अपना जोनसन बेबी पाउडर...
और फिर हत्थे चढ़ी ये निव्या क्रीम...
ये खूबसूरती ऐसे ही थोड़ी पाई है?
चश्मा तो हमारे पास भी है..आज मैं भी जानसन बेबी पाउडर लाकर गोरा हो जाता हूँ, फिर फोटो खींचकर लगाऊँगा आदि के जैसी. :)
ReplyDeleteइतना काम करता है मेरा गुड्डा और पापा मम्मी इसे बमाशी समझते हैं... बड़ों को अक्ल थोड़ी कम ही होती है....
ReplyDeleteकिरिम पोडर मळ-मळ के या हेमामालण होरी सै.......
ReplyDeleteआदि आज की पोस्ट के शीर्षक ने राजस्थानी फिल्म "सुपातर बिनणी"के इस गाने की याद दिला दी
खेल के साथ ये भी सीखो कि चीज़ें खराब नही करनी। अच्छे बच्चे घर की चीज़ों को सम्भाल कर रखते हैं फिर तुम तो बिना पाऊडर के इतने स्मार्ट हो! आशीर्वाद।
ReplyDeleteअब अन्य सामानों की भी खैर नहीं।
ReplyDeleteसही है आदि यार...लास्ट वाले फोटू में तो एकदम इस्मार्ट लग रहे हो...बिलकुल टॉम क्रूज :)
ReplyDeleteहहा...यही तो...मम्मी पापा बमाशी बोले तो भी मानने का नहीं और वो दीवाल में पेंट करना फिर से चालू करो जी :)
ReplyDeleteकोई कुछ कहे कहता रहे आदि जो चाहे करता रहे .
ReplyDeleteहम्म तो आज पता चला इस खूबसूरती का राज हा हा हा लगे रहो हीरो....
ReplyDeletelove ya
Vah Vah bahut badhiya
ReplyDeleteAdi ko shubhashish
हा हा आपकी इस अनोखी अदा पर किसी की नज़र न लगे. :)
ReplyDeleteअच्छा तो अब पता चला इस खुबसुरती का राज़ ....अब इन घनी जुल्फों का भी राज़ बतादो तुम्हारे टिप्स हमें भी काम आजए...
ReplyDeleteनन्ही ब्लॉगर
अनुष्का
ये हुई न स्मार्ट वाली बात...मजेदार.
ReplyDeleteक्या बात है आदि सर...ये है स्मार्ट होने का राज
ReplyDeleteआदि प्यारे जब तेरे को गोरेपन का राज मालूम था तो आज तक ताऊ और समीर अंकल को क्यों नही बताया? हम भी तेरे जैसे गोरे हो लेते.:)
ReplyDeleteरामराम.
you are very beautiful even without cream
ReplyDeleteमल मल के..
ReplyDeleteइसमें अलंकार हैं भई
वो भी दो दो :)
आदि यार समीर अकंल को भी भेज दे यह क्रीम ओर पाउडर यार, नही तो वो अपना चशमा वापिस मांग लेगे
ReplyDelete:):) लगे रहो ..बहुत सुन्दर दिख रहे हो ..
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