अरे मम्मी मुंबई आयी हुईं हैं तो तुम क्यूँ नहीं आये???...हम को भी कितना मजा आता तुमसे मिलकर और तुम्हारे बाल बना कर...चलो कोई बात नहीं अगली बार सही... नीरज
बिलकुल मन भैया पर गए हो। वो भी कंघी लेकर बाल बनाता है। मन तो सूसू करने के बाद पौंछा लेने के लिए भी जाता है और लगाता भी है। बच्चों को अपने काम करने की आदत डालना वाकई काबिलेतारीफ है। बधाई.
अरे मम्मी मुंबई आयी हुईं हैं तो तुम क्यूँ नहीं आये???...हम को भी कितना मजा आता तुमसे मिलकर और तुम्हारे बाल बना कर...चलो कोई बात नहीं अगली बार सही...
ReplyDeleteनीरज
वाह आदि बेटा बड़ा सयाना हो गया है :) बधाई
ReplyDeleteकितने आम खाए न तुमने आदि ,अब हर जगह आम ही आम नजर आ रहे हैं तुम्हे :) चलो अपना काम खुद करो और आम हमें खिलाओ :)
ReplyDeleteवाह बेटा अब तो बडे अच्छे बच्छे बन गये हो सब कुछ सीख लो नहीं तो बडे हो कर बीवी से पिटोगे
ReplyDeleteअदि बेटे की प्यारी मुस्कान से खिला हुआ ब्लॉग कई और शतक पूरे करे...ढेरों शुभकामनाएँ
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ReplyDeleteवाह मास्टर ब्लास्टर, अभी ऒर कइ शतक लगाने हॆ. वॆसे ही बहोत होशियार हो गये हो, कीप इट अप
ReplyDeleteकपिला जी की बात को आगे बढ़ाते हुए -
ReplyDeleteचोटी बनाना जरूर सीख लो,
जीवन-भर काम आएगा!
इन बालों का क्या है -
कल हों न हों?
अरे वाह ! आदि बेटा तो बड़ा सयाना हो गया अब अपने काम खुद कर स्वावलंबी बन रहा है !
ReplyDeleteकितने जिम्मेदार और समझदार हो गये हो, बालक!!
ReplyDeleteपापा क्या कर रहे हैं आखिर ..उनसे करवाओ सब काम कि बस, फोटो खिंचना काम रह गया है. :)
बच्चे छोटे से कामों से,
ReplyDeleteसीख बड़ों को दे जाते हैं।
अल्प-अवस्था में करतब,
ये बड़े-बड़े दिखलाते हैं।
आदि बहुत है लगता प्यारा,
यह सबकी आँखों का तारा।
दर्पण देखो माँग निकालो,
अपने काम स्वयं कर डालो।
गुड ब्वॉय।
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
लगे रहो ..नन्हे ....कोई तेल वेळ नहीं लगाते क्या ?
ReplyDeleteडॉ अंकल, तेल लगाने से दुसरे डॉ अंकल ने मना किया है, बोला इससे डेड्रफ हो जायेगा.. आप कोई आईडीया दो न प्लीज़...
ReplyDeleteशाबास आदि बेटा, अब कपड़े बदलना भी सीक लो जल्दी से।
ReplyDeleteshararat agar masoom ho to bahut pyaari cheez hai
ReplyDeleteआदि दो शतक लगाने की बहुत बधाई और अगले जन्म दिन तक ५०० पूरी करने के लिये अग्रिम बधाई.
ReplyDeleteबाल बडे सुंदर बा लेते हो यार? कहां सीखे?:)
रामराम.
भूल सुधार :
ReplyDeleteबा = बना
बहुत बढ़िया अपना काम खुद ही करना चाहिए .
ReplyDeleteबिलकुल मन भैया पर गए हो। वो भी कंघी लेकर बाल बनाता है। मन तो सूसू करने के बाद पौंछा लेने के लिए भी जाता है और लगाता भी है। बच्चों को अपने काम करने की आदत डालना वाकई काबिलेतारीफ है। बधाई.
ReplyDeletemere sar par baal nahi hai, kabhi mera baal bana kar dikhao tab janoo.. :D
ReplyDeleteMamma miss you very much betu...love you...be independedent. i proud of you..
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