मैं नकल करने में उस्ताद हूँ.. कान की बड़ इस्तेमाल करते देखा तो बड़ कान में.. टुथ ब्रश इस्तेमाल करते देखा तो वो भी.. अब बारी आई झाडु की.. वैसे तो ये टेरेस पर रखा होता है और मेरी पकड़ में नहीं आता पर कुछ दिनों से चिडिया झाडु के तिनके निकालने लगी तो ये घर के अन्दर आ गया.. छोटी चिडिया से तो बच गया पर... अब मैं क्या बताऊ आप देखिये ये मजेदार चित्र कथा..
छा गये उस्ताद छा गये. :) आज "शरारत आफ़ द डॆ" पर क्युं मेहरवानी करदी?
ReplyDeleteरामराम
गुड गोइंग।
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
हा हा!! झाडू साफ कर रहे हो कि घर? पूरा घर भी साफ करके रखना-जब तक मम्मी पापा दफ्तर से आयें. :)
ReplyDeleteभई आज पुरे घर की करनी है क्या
ReplyDeleteआदित्य रंजन।
ReplyDeleteघर की सफाई तो ठीक है,
कल को हाथ की सफाई मत दिखलाना।
शावस बेटे, चलो सफ़ाई दिवस मनाये
ReplyDeleteप्यार
मुझे शिकायत है
पराया देश
छोटी छोटी बातें
नन्हे मुन्हे
प्यारे हमें भी ऐसी वाली झोपड़ी चाहिये - थोड़ी बड़ी सी!
ReplyDeleteसफाई का बीडियो बहुत लगा . बालक काफी समझदार होनहार लगता है .... बहुत बढ़िया .
ReplyDeleteहा हा हाहा हा हा हा हा हा ओये हीरो आखिर मिल ही गया न मेहनत बेकार नहीं गयी... क्या सफाई की है हाँ..."
ReplyDeletelove ya