ये देखो मैं भुजिया खा रहा हूँ.. और बिट्टु के सामने भी एक भुजिया रखा है..
ये लो बिट्टु तुम भी खाओ...
अच्छे से मुँह खोलो...
दे देखो शरारती हँसी..
और बिट्टु भी खुश...
पसंद आया...
सूचना आज अर्पित चाचा का जन्मदिन है और मैं उनका जन्म दिन मनाने चंडीगढ़ जा रहा हूँ.. कुछ दिन वहीं रहूँगा.. और चाचा के साथ खुब मस्ती करूगां.. |
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ओये हीरो हमे भी खानी है भुजिया खूब शरारती हो गये हो आजकल. अपने अर्पित चाचा जी को हमारी तरफ से भी जन्मदिन की शुभकामना देना ओके.....भूलना नहीं.....
ReplyDeletelove ya
इत्ती जल्दी मेहमानबाजी भी सीख ली .. फिर मुझे दोस्त बना लो न .. मुझे भुजिया पसंद है !!
ReplyDeleteमुझे भी भूख लगी है।भुजिया बहुत टेस्टी लग रही है।चाचा को मेरी ओर से शुभकामनाएं दे्ना।
ReplyDeleteHey Aadee have a safe journey and happy b day to your chacha....
ReplyDeleteThose are lovely pictures of you and your friend....
And do you know while u were busy giving ur friend bhujia, your unseen friend, Reveda was busy learning the tricks to get on and off her bed.....
अरे वाह ! आखिर मेहमानबाजी की जोधपुर वाली परम्परा निभाना सीख ही गए | "पधारों म्हारे देश " |
ReplyDeleteनये दोस्त से मिलवाने का शुक्रिया!
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मानव मस्तिष्क पढ़ना संभव
vah.. aise hi mil jul kar rahna.. :)
ReplyDeleteऔर हां.. चाचा को मेरी बधाई दे देना.. :)
ReplyDeleteचल भई आदि. हमारी बधाई भी अर्पित चाचा को पहुंचा देना. और वहां से भी जाकर चिट्ठी पत्री लिखते रहना.
ReplyDeleteरामराम.
अरे वाह रे मेरे शर्मीले बबुआ! ये कलर..बहुत खूब!! टॉफी भी खिलाओ बिट्टू को.
ReplyDeleteबधाई अर्पित चाचा को.
राजस्थान की तो भुजिया है ही मशहूर . बीकानेर की नानाजी की भुजिया .
ReplyDeleteअच्छी है मेहमानवाजी।
ReplyDeleteअर्पित चाचा को अपने हाथों से केक खिलाना मत भूलना।
हमें भी भुजिया की तलब हो रही है. मेहमानवाजी करना कोई तुझसे सीखे. ढेर सारा प्यार.
ReplyDeleteaadi bhai aap ne to nayab tarika nikal hai swagat ka
ReplyDeleteअरे ये बिट्टू इतनी जल्दी खड़े होने लगी, अभी दो महीने पहले जब आपने हमसे इसका परिचय कराया था तब से ये पेट के बल पड़ी रहती थी।
ReplyDeleteसच कहते हैं लड़कियां बड़ी जल्दी बड़ी हो जाती है।
और हां भई आदि आप तो बड़े मेहमाननवाज निकले, एक!!! भुजिया से उसका स्वागत किया!! मन गद्गद हो गया।
ओह!
ReplyDeleteतुम दोनों तो सारे लड्डू खा गये।
अंकल के लिए कुछ भी नही छोड़ा।
aadi baba waah,mehmaan nawazi bhi sikh liye,bahut khub,bittu se milwaye,bahut pyari dot hai aapki;):),auraapki shararati muskan,wallah ,sadke jawa.
ReplyDeleteअर्पित चाचा जी को हमारी भी बधाई कहना जी !
ReplyDeleteदिल बड़ा है तुम्हारा। भुजिया का एक टुकड़ा ही दिया तो क्या?! :)
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