कल शाम को जब घूमकर वापस आये तो मम्मी पापा ने मेरा टेस्ट लिया.. जैसे ही लिफ्ट का दरवाजा खुला मैं बाहर निकला तो मम्मी पापा कुछ कदम पिछे हो गये.. बोले "देखते है आदि कहाँ जाता है?" और मैं भी निकल लिया अपनी धुन में... घर की तरफ.. घर तो जानता ही हूँ न मैं.. पर रास्ते में एक दीदी मिल गई.. तो उनसे बात करने लग गया.. कुछ पल बात की तो आवाज आई "आदि घर चलो.." तो मैं फिर चला.. पापा मम्मी सोच रहे थे.. कि ये एक जैसे बहुत सारे फ्लेट्स देख चकरा जायेगा... पर मैं सीधा घर के सामने रुका.. सिढ़ी चढ़ा और दरवाजा पिट कर अवाज लगाने लगा.."मम्मा, मम्मा......" अब इस हरकत पर कोई प्यार न करें.. एसा हो सकता है भला..
ये देखिये कैसे पहुँचा मैं अपने घर..
जानता हूँ न मैं अपना घर...
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ReplyDeleteहमारे दोस्त को मम्मी-पापा पूरा लल्लू ही समझे थे का ? :)
ReplyDeleteइतने ज्ञानी बाबा का टेस्ट?? न जी!
ReplyDeleteवाह, वाह तुम तो जीनियस हो!
ReplyDeleteबेटा तू जहां भी जायेगा सही जगह ही जायेगा आखिर तेरी ट्रेनिंग रामप्यारी मैम के यहां हो रही है ना.
ReplyDeleteरामराम.
....ye hui na baon wali bat. Ab mammy-papa bhi sochenge ki Adi kitna samaghdar ho gaya hai.
ReplyDeleteकभी अलग थलग (भगवान न करे) होने पर यही कहना कि मम्मी पापा गुम हो गये हैं। तुम तो हो नहीं सकते! :)
ReplyDeleteशाबाश आदि बेटा।
ReplyDeleteपास हो गये हो।
बधाई।
aare aadi baba pehle se hi bahut hodhiyar hai:),test ki jarurat hi nahi:)
ReplyDeletebeta abhi to dunia ghumni hae akele bina khoye
ReplyDeleteबहुत तेज हो गए हो तुम .. पर इसी विश्वास पर कभी बाहर मत भाग जाना !!
ReplyDeleteअपने आदि को किसी टेस्ट की जरूरत है क्या ??
ReplyDeleteवो तो है ही समझदार ..
आदि अब समझदार हो गया है !
ReplyDeleteओये आपको हम हीरो ऐसे ही थोड़े न कहते हैं..........हो तो हमारे हीरो ही न हा हा हा हा ...well done..
ReplyDeletelove ya
पूत के पाँव तो लॉबी में ही नज़र आ जाते है... कभी मम्मी पापा का ही टेस्ट ले लेना..
ReplyDeleteI loved reading this post.....
ReplyDeleteकभी पापा-मम्मी रास्ता भूल जायें तो उन्हें तुम्हे ही रास्ता दिखाना होगा.. सो अभी से कोई कन्फ्यूजन मन में मत रखना..
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