सिंपल.. मैंने कोकरोच को उठाया और बाहर ले आया... मम्मु को दिखाया.. दादा-दादी को दिखाया... आप देखोगे... डरना नहीं!!
बिल्कुल नहीं डरना... मरा हुआ है.... |
दादा दादी....
सोमवार की रात मुझसे मिलने दादा दादी बैंकोक आ गए.. अब दिन भर दादा दादी के साथ मस्ती करता है..
मेरी स्कुल की भी छुट्टी है....और दादा दादी भी आये है.. खुब घूमेंगे... मौज करेंगे!!
wow hero braveooo..
ReplyDeletelove ya
कल ऐसे ही शेर को मूँछ से पकड़कर उठायेगा आदि। वाह हीरो।
ReplyDeleteवाह बेटा बहुत बहादुर हो गये हो। मुझे लगता है डाक्टर बनोगे। बहुत बहुत आशीर्वाद
ReplyDeleteBahut achhi photos.....
ReplyDeletebeta bahadur hai... Dada dadi ke saath khoob masti karu beta yahi to din hai bachpan ke...
हहा ...निर्मला कपिला जी की बात में दम लग रहा है !
ReplyDeleteसच कहु तो मुझे काकरोच से बहुत डर लगता है . थोडी बहादुरी मुझे भी दे दो
ReplyDeleteयार काकरोच से तो मुझे भी डर लगता है. लेकिन तूने तो गज़ब कर दिया. हीरो है यार तू तो.
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