Thursday, August 14, 2008

मेरी राखी आई है, आपकी आई क्या?

आपको पता है, १६ अगस्त को राखी का त्यौहार है, मुझे तो आज ही मेरी राखी मिल गई। प्राची दीदी ने भेजी है मुंबई से.. अब मैं राखी के दिन ठाठ से कलाई पर राखी बाधूंगा । कुमकुम भी लगाऊँगा। पर दीदी आपने जो मुँह मीठा करने के लिए चीनी भेजी है न , मैं अभी उसे नहीं खा सकता, "Exclusive Breastfeeding" पर हूँ न !

दीदी ने राखी के साथ एक चिट्ठी भी भेजी है, बहुत प्यारी लिखी है.. विश्वास नहीं हो रहा ! आप ही खुद पढ़ लें :

7 comments:

  1. प्राची दीदी ने हमको तो राखी भेजी ही नहीं और न ही अभी तक हमें हमारी दीदी की राखी मिली.हमेशा देर से आती है. आप राखी बाँधेंगे शान से और हम परदेश में आंसू की दो बूंद टपका कर बहना को याद करेंगे. बस एक दुआ है आपके लिए-हमेशा अपनों के बीच रहना-कभी दूर रहने का हम जैसा दर्द न सहना...बहुत आशीष मेरा तुमको. खूब खुश रहो शान से. फोटो भेजना अपनी राखी बाँध कर और कुमकुम लगा कर, प्यारे आदि.

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  2. बहुत बहुत बधाई आपको.. लेकिन हमारी रखी तो आई ही नही.. और आएगी भी नही.. क्योंकि हमारी तो बहना ही नही है..

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  3. अरे वाह... आदि की राखी भी आ गयी. बहुत अच्छी राखी है. इस बार हमारे मन को भी राखी बाँधी जायेगी . छोटे छोटे बच्चो के हाथ में रंग बिरंगी राखियाँ कितनी अच्छी लगेंगी

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  4. aap ko bhadhaai raakhi ki ishwaar aap ko apni didi ka prem sae hemsha rubaru karvaaye

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  5. काफी भावुक होकर लिखा है आपने। बात दिल को छू गई।बधाई।

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  6. aadi, apki didi ki handwriting to bahut sundar hai...meri taraf se didi ko keh dena :)

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कैसी लगी आपको आदि की बातें ? जरुर बतायें

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