दोपहर में बॉल से खेलते-खेलते मैं भी उसी कमरे में पहुँच गया.. थोड़ी देर बाद सब ढुढते हुऐ कमरे में आये तो मैं ऐसे पकड़ा गया..
ये आँखों की चमक देख रहे हो? नया गिफ्ट मिला है न?
ऐसे चलाऊंगा...
न न... मु्झे ऐसे साइकिल हाँकता देख मासी ने कहा "इसका कवर हटा दो..." और मैं सवार हो गया साइकिल पर...
इसमें सीट बेल्ट है और फुट रेस्ट भी...
खैर असली मजा आया तीन की सुबह जब ये साइकिल औपचारिक रुप से मेरे हवाले हो गई... और इसमें बजता है गाना "मौजा ही मौजा...." और शुरु हो जाता है मेरा डाँस... और इसमें नगाडे़ वाला गाना भी है....
कैसी लगी मेरी साइकिल?
जरा पंसद तो बताओ?
थेंक्यु अनामिका मासी
किसी को पीछे भी बिठा लेते हीरो..
ReplyDeleteसचमुच हीरो लग रहे हो भई !!
ReplyDeleteैआदि अब नैनो की बारी है अच्छे भाग रहे हो आशीर्वाद्
ReplyDeletekya baat hai.....
ReplyDeleteoh ho......
cycle aur uske upar wala dono..
mast lag rahe hain....
congratulations....
enjoy with ur new cycle......
kabhi man kare toh mujhe bhi betha kar le jana.....
हमें भी ऐसी दुपहिया साइकल लेनी है गाना बजाने वाली।
ReplyDeleteकहां से मिलेगी प्यारे?!
अभी से साइकिल के रंग में रँग जाओ,
ReplyDeleteकभी मौका मिले, तो हमें भी बिठाओ!
अरे यार पल्टू , हमको भी चलाने दे ना तेरी साईकिल..बहुत सुंदर लग रही है और गाने वाली साईकिल? वाह यार पल्टू आपके तो मजे हैं. लिये जाओ भाई.
ReplyDeleteऔर हां पल्टू ला तेरा कान इधर कर, चुपके से तेरे को याद दिला दूं, कल मदर्स डे है. जरा मम्मी को विश कर देना. नही तो फ़िर कहेगा कि ताऊ ने याद नही दिलाया था. और साईकिल चलाने मे भूल मत जाना.
रामराम.
साईकिल संभाल के चलाना बेटा
ReplyDeleteaare waah nayi cycle bahut mubarak ho aadi.bahut sunder hai.
ReplyDeleteवाकई, यह तो मौजा ही मौजा हो गया. नाचते नाचते साईकिल चलेगी अब तो. :)
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