शरारत ऑफ द डे कुर्सी और सोफा पर चढ़ना मेरा शगल है.. पर वैसे नहीं जैसे आप सभी चढ़ते है.. ओह सॉरी आपको थोड़ी चढ़ना पड़ता होगा.. आपको पता है मैं कैसे चढ़ता हूँ.. कुर्सी का हत्था पकड़ कर उसके साईड सपोर्ट पर दोनों पाँव रख दिये.. अब चढ़ तो गया.. पर न तो और ऊपर जा सकता था न ही नीचे.. कहां फस गया.. और कोई तरीका नहीं सुझा तो ब्रह्मास्त्र चला दिया.. उसके बाद तो सुरक्षित लैंड करवा लिया गया.. आदि बच्चु एसी शरारत करते हो कहीं गिर गये तो? |
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Tuesday, June 23, 2009
आदित्य डिसीज़न आऊट!!!
पापा ने मुझे आऊट करना सिखाया है.. देखो एसे देतें है आऊट..
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देखना भाई मुझे आऊट मत करना यार. अब तो तू रेफ़री बन गया है तो ताऊ बिना शतक पूरी करे थोडॆ ही आऊट होगा?:)
ReplyDeleteरामराम.
कल क्रिकेट खेल रहे थे .. आज ही रेफरी बन गए।
ReplyDeleteआदि भाई आज कल रेफरी बन गये है, क्रिकेट का कल्याण हो जायेगा ।
ReplyDeleteवाह आदि आज तो बडे समार्ट लग रहे हो बहुत बहुत आशीर्वाद्
ReplyDeleteबड़ी धांसू कमीज निकाले हो भई...किसने खरीदी? मजेदार है..सबको आऊट दे दो फिर हम बैटिंग करेंगे.
ReplyDeleteआदि तुम्हारी अदाये मन को लुभा जातीं हैं।
ReplyDeleteअरे.........
समीर लाल और ताऊ को आउट मत दे देना।
ये तो ब्लॉगिंग के ओपनर महारथी हैं भइया।
अबे पलटू भाई आज तो बहुत सुंदर लग रहे हो, कमीज पहन कर, बाल बना कर.... अरे कोई लडकी का चक्कर वक्कर तो नही, जो आते ही हमे आऊट कर रहे हो यार, पुरानी यारी है भई... दोस्तो के संग दंगा नही...
ReplyDeleteबहुत सा प्यार बेटे
हम स्पैलिंग भी बता दें - OWT आउट! :)
ReplyDelete(बाद में शायद तुम्हारे पापा सही करें - वे ज्यादा बुद्धिमान हैं न!)
lage raho abhi to bahut ishaare sikhne hai yah wale bhi voh wale bhi
ReplyDeleteरेफरी के रोल में पुरे जम रहे हो आदि !
ReplyDeleteआदि थोडा benefit of doubt का फायदा हमें भी देते रहना.
ReplyDeleteईमानदार अम्पायर्स की बड़ी ज़रुरत है.
बेटे को नज़र न लगे ...ये आउट वाला फोटो बहुत ही प्यारा है...
ReplyDeletelove ya