ताऊ की क्लास में क्या नहीं गया.. ये रामप्यारी तो मेरे घर पर आ गई.. अब बताओ मेरे तो खेलने के दिन है न? और ये मुझे सिखा रही थी २ टु जा २२.. लेकिन जब घर पर आई तो पता है बिल्कुल अलग थी.. शायद ताऊ के इफेक्ट से बाहर आ गई थी.. और ये रामप्यारी तो मुझे "हैप्पी बर्थ डे" बोल कर सिखाती है.. बस थोड़ा सा दबाना होता है..
जब सभी खिलौने से बोर हो गया तो मम्मी से अलमारी खोल मेरे लिये नये खिलौने निकाले.. रंग बिरगें बन्दर भालु
लेकिन पता है मेरी दिलचस्पी इन सभी में नहीं थी.. मुझे तो ये ही ज्यादा पसंद आया
इस डिब्बे में मेरे पुराने खिलौने है.. और मुझे ये ही ज्यादा पसंद आये... और जब बारी आई "सॉफ्ट टाय़ज" लेने कि तो मैनें चुना मेरा सबसे पुराना दोस्त... ये कछुआ
और इस प्यारे कछुए को लेकर पहुँच गया अपने झुले पर..
रुकना अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुँचना.. मुझे कछुए से ज्यादा उसकी आँख पसंद है.. और एक आँख तो कब कि गायब हो चुकी.. एसे..
(सभी चित्र १७ और १८ जुन के है)
आदि का यह ब्लाग सब को बचपना सिखा रहा है।
ReplyDeleteओए, कछुऐ की आँख खाओगे क्या?? छोड़ो उस बेचारे को...टमाटर खओ, ताकत आयेगी.
ReplyDeleteओये हेरी इनने सारे खिलोने मुझे मुझे भी चाइये और रामप्यारी तो बेहद खुबसूरत हो गयी है.....लगता है किसि ब्यूटी पार्लर का कमाल है हा हा हा
ReplyDeletelove ya
वाह क्या खूब बचपन का उपहार दे रहे हैं आदित्य तुम्हारे पापा ।
ReplyDeleteवाह यार आदि, एक आंख तो उसकी तेरे पेट मे पहले ही जा चुकी थी अब दुसरी को खाते हुये भी साफ़ दिख रहे हो. अब तेरी शिकायत तो रामप्यारी मैं से करनी ही पडेगी.:)
ReplyDeleteरामराम.
आदि भई रामप्यारी को आप ने बदल दिया कही ताउ बिगड न जाय
ReplyDeleteअरे...
ReplyDeleteसम्हाल के आदि,
कहीं रामप्यारी की आँखे मत निकाल लेना।
खूब संभल के रक्खे है तुमने अपने खिलोने...बहुत अच्छे बच्चे हो तुम...ये वाली राम प्यारी तो ताऊ वाली राम प्यारी की बहिन लग रही है...
ReplyDeleteनीरज
अरे पलटु बडे सुंदर खिलोने रखे है तुने तो. ओर यह राम प्यारी भी आ गई लेकिन सब से सुंदर ओर प्यारा तो हमारा पलटू महाराज है जी
ReplyDeleteबहुत प्यार
बहुत बढ़िया बेटा, वाह!
ReplyDelete---]
चाँद, बादल और शाम
yaar....
ReplyDeletekya shandar collection hai khiloono ka.....
aur tu aajkal khub kuchmaidi kar raha hai....
acha hai..
tu ab phataphat yahan aaja..
jid kar le ..
ki jodhpur jana hai...
khub masti karenge...
aur kaku bhaiya ko congrats..
blog dino din kafhi interesting ho raha hai...
comment likne ke liye khub dimag lagana padta hai...
aur itne ache ache comments padhne ke baad..
type kar wapas delete marna padta hai...
वाह, यह तो राम जी को भी प्यारी लगेंगी सब चीजें!
ReplyDeleteवाह, आज तो खरगोश की गोद में कछुआ। खूब झूले झूलो बिटुआ।
ReplyDeleteअरे आदित्य आँख खा रहा है या नाक चबा रहा बता दे सबको .
ReplyDeleteइतनी तरतीब से रखे खिलौने? आदित्य कहीं सो रहे हैं क्या?
ReplyDeleteare sare khilaune thik se rakhe huye hain.. ye to Aadi ka ghor apman hai.. jaldi se thik karo un khilauno ko.. mera matlab pheko idhar-udhar.. :)
ReplyDeleteShooooooooo shweeettttttttttt!
ReplyDeletebadiya hai raam pyari :)
ReplyDeleteअरे वाह आदि इतने सारे खिलौने ....!! :)
ReplyDeleteवाह बेटा इतने खिलोने जी चाहता है मैं भी तुम्हारी तरह छोटी सी बच्ची बन जाऊँ आशीर्वाद्
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