इंजिनियरिंग करते-करते एक खिलौना शहीद कर दिया.. अब वो बजता नहीं तो गुस्सा आता था.. आख़िर पापा ने सेल लगा कर उसे टेप से चिपाका दिया.. और वो फिर से आ गया मेरे पास.. मेरे पास आते ही पहली फरमाईश थी टेप हटाने की.. पापा मम्मी ने बहलाया, फुसलाया.. ध्यान बंटाया पर मेरा एक मात्र उद्देश्य उस टेप को हटाना ही था.. आख़िर में मम्मी ने टेप हटा कर खिलौना मेरे हवाले कर दिया.. फिर क्या था कलाकारी शुरू.. उसके सेल बाहर निकाल कर लगाने की भरपूर कोशिश... आप स्वयं ही देख लीजिये..
यह कवर पापा ने टेप से लगाया... हट यहां से...
बहुत ध्यान से लगाना पड़ता है सेल..
देखो ! फिसल कर गिर भी सकता है..
बहुत फिसलता है.. बड़ी मुश्किल से पकड़ में आता है..
ध्यान से देखो.. एक तो लगा भी दिया..अब दूसरा..
मम्मी मेरी मदद कर दो.. !!!! देखते हुए मैं भी सीख ही जाऊंगा..
यह देखो फिर से चलने लगा
लेकिन अब मैं खुद ही ठीक करूंगा ..
ज़रा पंसद तो बताओ?
और भी कई दिलचस्प फोटो है.. देखिये इस फोटो शो में
वाह भाई वाह
ReplyDeleteआदि भाई अब इंजिनियर बनने के सपने देखो
ReplyDeleteलगे रहिये आप इंजिनियर जरुर बन जायेंगे...
ReplyDeleteवाह यार आदि. हम तो बीस साल बाद की तस्वीर आज ही देख रहे हैं? शायद बीस साल बाद तू ऐसा ही ईंजीनियर बनेगा. बहुत आशीष और प्यार.
ReplyDeleteरामराम.
ताऊ ने मेरे मुंह की बात छीन ली.
ReplyDeleteअरे वाह आदि तु तो पक्का इंजिनियर बन गया यार
ReplyDeleteare!........ mera beta to bahut sayana hone laga . najar na lage aise hi khelte khelte bade ho jao :)
ReplyDeleteजिस हिसाब से जुटे हो मुझे तो लगता है कि इन्जिनियर नहीं डॉक्टर बनोगे-क्योंकि खिलौना अंतिम सांसे लेता नजर आ रहा है मुझको..हा हा!! मस्त रहो-खूब खेलो!!
ReplyDeleteghar ke pehle eng ka sabse chote eng ko all d best...
ReplyDeleteअरे वाह,आदि तो इंजिनियर बन गया |
ReplyDeleteहमारा तो पांच का हो गया लेकिन अब भी इन्जिन्यरी करता है ....रिमोट के सेल बच जाते है आदि से ?
ReplyDelete@ डॉ अनुराग -
ReplyDeleteअभी पता नहीं चला साहेब को कि रिमोट में सेल होते है... बचा है.. पर पता नहीं कब तक..
आजकल तो तगडी इंजीनियरिंग चल रही है !
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteइंजीनियर बनने की शुरूआत हो चुकी है।
ReplyDeleteबधाई।
नमस्ते इन्जीनियर साहब। अब उपकरणों की खैर नहीं!
ReplyDelete