भुट्टे का मौसम जल्द ही जाने वाला है.. मैने तो इसका स्वाद ले लिया आपने लिया क्या? भुट्टा दिलाया मम्मी ने और मैने भी बडे़ चाव से खाया..
जरा दम लगाना पड़ता है.. मजबुत दांत चहिये.. थोड़ी ताकत भी.. दम लगाना पड़ता है..
ये मुँह भुट्टा खाकर ही सफेद किया है.. क्या मेकअप है आदि..
और आपन अभी तक भुट्टा नहीं खाया तो आ जाइये आज शाम मेरे संग भुट्टा खाने!!
तो आज भुट्टे का स्वाद भी चख लिया !
ReplyDeleteओए होए..कच्चा भुट्टा खा रहे हो क्या? पेट दुखेगा..मम्मी ने तो पक्का उबाल दिया होगा आदि के लिए..है न!!
ReplyDeleteलालच लग गई..अभी जाता हूँ बाजार लेने!!
oye aadi akele akele bhutta kha rahe hai aap,ek hame bhi chahiye:)
ReplyDeleteकनफ़्यूजन क्रियेट मत करो बच्चे अभी तो हमारी मक्का से पहला भुट्टा आया ही नहीं,
ReplyDeleteदिल्ली में न मिले तो पानीपत आ जाना !
वाह क्या बात है.....
ReplyDeleteलगे रहो आदि!
मुझे भी भुट्टे बहुत पसन्द हैं।
हमने तो अभी तक खाया ही नहीं... लगता है पानीपत से मंगवाना पड़ेगा...
ReplyDeleteखा रहे हो कि पूरे मूँह में पोत लिए हो..चलो, अब नहाओ...ऐसे खाते हैं क्या?? पापा को कहो कि दाने निकाल कर कटोरी मे दें..तो खेल भी सकोगे और खा भी सकोगे.. :)
ReplyDeleteअच्छा है गन्ना नहीं मिला..वरना तो अभी मख्खी भिनभिना रही होती तुम्हारी हरकतों से...हा हा!!
ओये हीरो अकेले अकेले हाँ.......मुझे भी तो खाना है न...
ReplyDeleteregards
aaj sae tumhara naan "khaau prasaad blog jagat waale "
ReplyDeleteRachna
लगता है आना ही पड़ेगा
ReplyDeleteबहुत पसंद हैं मुझे .. ललचा दिया न !!
ReplyDeleteविवेक अंकल,
ReplyDeleteअपने खेत से भुट्टे आ इंतजार नहीं करो.. खरीद कर खा लो अभी.. जब उगे तो और खा लेना..
आदि
समीर अंकल,
ReplyDeleteआपने ठीक पहचाना भुट्टा तो कच्चा ही था.. क्या करता इंतजार नहीं कर पा रहा था.. और मम्मी से जिद कर कच्चा ही ले लिया... वैसे आज पापा सिका हुआ भुट्टा लाने वाले है...
कुश अंकल..
ReplyDeleteपानिपत से... अरे अभी तो वहां भुट्टे लगे नहीं है.. आप भी बाजार से खरीद लो आज ही..
खाए जाओ-खाए जाओ ,अभी तो जौनपुर के प्रसिद्द भुट्टे आये ही नहीं,कैसे कह दें कि मौसम चला गया.
ReplyDeleteकच्चा भुट्टा भी इतने मजे से खा रहे हो आदि ..पका हुआ खाओ जी जल्दी किस बात की है ..:)
ReplyDeletebarasat ka mausam aur भुट्टे का स्वाद muh me pani aa gaya bhai aadi
ReplyDeleteवह बिटवा दबा के खाओ..उबालो भूनो..और देर हो रही है तो ऐसे ही..लगे रहो..
ReplyDeleteथोड़ा भुट्टा भून के खाओ..
ReplyDeleteथोड़ा भुट्टा कच्चा ही खाओ..
थोड़ा भुट्टा चबा के खाओ..
थोड़ा भुट्टा उबाल के खाओ..
थोड़ा भुट्टा का आटा बना लो..
फिर उसकी रोटी बना कर खाओ..
लेकिन खाओ, बेटा खाओ.. :D
यार आदि तू ये रोज हमको खाने की चीजे दिखा दिखा कर ललचाता है और तेरे को मालूम है कि हम पर और समीर अंकल पर खाने पीने के मामले मे हाईकमान की पाबंदी है..सो भाई जरा छुप छुप के ही खा लिया कर.:)
ReplyDeleteरामराम.
Bilkul, Lage raho.
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
मौसम जायेंगा तो फिर आयेगा, तुम बस मज़े लो!
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वाह आदि भाई भुट्टे खा रहे हो ...वो भी अकेले अकेले ...
ReplyDeleteहमें भी दो न ....प्यार ...